हिसार,
पूर्व पार्षद व भाजपा नेत्री रेखा ऐरन ने आज जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि लॉकडाऊन के दौरान गरीब व जरूतमंद लोगों के लिए सरकार द्वारा बिना राशन कार्ड धारकों को डिस्ट्रेस राशन टोकन वितरण के तहत शुरू की गई टोकन प्रणाली में आ रही गड़बडिय़ों को दूर करने के लिए बीएलओ के साथ-साथ पार्षदों का सहयोग लेकर पात्र लोगों को टोकन दिए जाने चाहिएं ताकि पात्र लोगों को ही इसका लाभ मिल सके।
रेखा ऐरन ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं इस मामले को लेकर काफी गंभीर हैं और उन्होंने पात्रों तक राशन पहुंचाने के लिए सभी जिलों के डीएफसी की बैठक भी इस संबंध में ली है। मुख्यमंत्री खुद जरूरतमंदों तक राशन पहुंचाने के लिए सक्रिय हैं और उन्होंने पात्र व्यक्तियों को जल्द से जल्द से राशन मिलने व इस प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश भी दिए हैं। लेकिन निगम प्रशासन टोकन प्रणाली को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने में असफल रहा है।
रेखा ऐरन ने कहा कि जो भी लाभार्थी हैं उनको राशन मिलना चाहिए और जो नहीं हैं उनके नाम के टोकन कैंसिल लिए जाने चाहिएं। नगर निगम इसके लिए सभी पार्षदों व पूर्व पार्षदों की मदद ले सकता है जिन्हें अपने वार्ड के हर व्यक्ति की स्थिति का सही अंदाजा होता है। रेखा ऐरन ने कहा कि टोकन सर्वे या वितरण में जो भी गड़बडिय़ां है उन्हें दुरस्त करने के लिए क्षेत्र के पार्षदों को साथ लेकर पुन: सर्वे करवाया जाना चाहिए और पात्र व्यक्तियों को राशन देकर अपात्र व्यक्तियों के नाम सर्वे से हटाए जाने चाहिएं।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से कूपन में समर्थ व अपात्र लोगों के नाम सामने आ रहे हैं उससे यही जाहिर होता है कि टोकन की लिस्ट के लिए किए गए सर्वे में गड़बड़ी है और जिस तरह से टोकन वितरण में अनियमितताएं सामने आ रही हैं उसने निगम प्रशासन की कार्यप्रणाली को सवालों में ला दिया है। वहीं पार्षदों ने भी इस पर प्रश्न चिन्ह लगाए हैं।
रेखा ऐरन ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राशन कार्ड से वंचित जरूरतमंद लोगों तक राशन पहुंचाने के लिए कूपन सिस्टम शुरू करके सही कदम उठाया है लेकिन निगम प्रशासन द्वारा इसे सही ढंग से क्रियान्वित नहीं किया गया। इससे साबित होता है कि टोकन सिस्टम को लेकर जमीनी स्तर पर कार्य नहीं हुआ या फिर इसमें गड़बड़ी के संकेत नजर आ रहे हैं। रेखा ऐरन ने कहा कि निगम प्रशासन को चाहिए कि संबंधित क्षेत्र के बीएलएओ के साथ-साथ नगर पार्षद व पूर्व पार्षदों को साथ लेकर पुन: डिस्ट्रेस राशन कूपन वितरण का सर्वे करवाया जाए और उसी के माध्यम से ही टोकन की लिस्ट बनवाकर राशन के टोकन वितरित किए जाएं ताकि पात्र लोगों को इसका लाभ मिल सके।v