हिसार

महिला दिवस पर किसान आक्रोश रैली करके दहाड़े धरतीपुत्र

केंद्र सरकार को झुकाने तक आंदोलन जारी रखने का किया ऐलान

हिसार,
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में राजगढ़ रोड पर संत कबीर छात्रावास के मैदान में आज दोपहर संयुक्त मजदूर किसान मोर्चा के बैनर तले आयोजित की गई किसान आक्रोश रैली में किसान नेताओं ने ऐलान किया है कि अपने हकों के लिये पिछले 100 दिनों से आंदोलन कर रहे किसान अपनी मांगें पूरी होने तक संघर्ष करते रहेंगे, इसके लिये चाहे उन्हें कितनी की बड़ी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े। रैली में आसपास के अनेकों गांवों से हजारों किसान, मजदूर व महिला किसान पहुंचे। रैली में महिलाओं की भारी संख्या रही। सभी ने हाथ उठाकर केंद्र सरकार को झुकाने तक आंदोलन जारी रखने की सहमति दी। किसान आक्रोश रैली की अध्यक्षता किसान नेता सत्यवीर पूनिया लाडवा ने की।महिला दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता मूर्ति देवी भगाना व रोशनी सहरावत नियाणा ने की। मंच संचालन सत्यवीर घड़वाल, सुरेन्द्र आर्य व कांता हुड्डा ने किया।

मुख्य वक्ता के रुप में उपस्थित हुए राष्ट्रीय किसान नेता अभिमन्यु कुहाड़ ने कहा कि आंदोलन फतेह करने तक मैदान में डटे रहना पड़ेगा। उन्होंने केंद्र सरकार की हठधर्मी की निंदा करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से सरकार को झुकाने का काम करेंगे। रैली के संयोजक किसान नेता दिलबाग हुड्डा लुदास व सत्यवीर पूनिया ने आये हुए सभी मेहमानों व किसानों का स्वागत किया। हुड्डा ने कहा कि रैली के उपरांत एस.डी.एम के माध्यम से राष्ट्रपति व राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिये गये। राष्ट्रपति के नाम दिये गये ज्ञापन में मांग की गई है कि तीनों काले कानून वापिस हों, एम.एस.पी. गारंटी का कानून बने, स्वामीनाथन रिपोर्ट सी2 फार्मूले लागू हों, आंदोलन के दौरान किसानों पर बनाये गये सभी मुकदमें वापिस हों व शहीद हुए किसानों के परिवारों को 25 लाख रुपये मुआवजा व एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जाये। हरियाणा के राज्यपाल के नाम दिये गये ज्ञापन में मांग की गई है कि गांव के सभी किसानों को फसल बीमा क्लेम बराबर मिले। फसल बीमा योजना राशि की बढ़ोतरी को वापिस लें, खेती के लिए डीजल आधे रेट पर दिया जाए, यूरिया/डी.ए.पी. के बढ़े रेट कम करें तथा वजन पूरा करें। दुधारु पशु प्रतियोगिता को पहले अनुसार किया जाए, आवारा पशुओं का प्रबंध करें व पशु मेले शुरु किए जाएं। फसल खराब का मुआवजा सरकार दे, मजदूर को 200 दिन मनरेगा का काम दिया जाए, बीमा कम्पनी का कार्यालय जिला स्तर पर खुलवाया जाए, वर्ष 2019-20 की खराब फस्ल का मुआवजा तुरंत दिया जाए, मेरी फसल-मेरा ब्यौरा स्कीम खत्म की जाए व जिला की सभी टेलों पर पानी पूरा दिया जाए।
रैली के दौरान किसान आंदोलन में अब तक शहीद हुए किसानों को याद करते हुए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। रैली को किसान नेता जयबीर गिल, राजबीर सिंधु, मंदीप नथवान, डॉ. करतार सिवाच, रवि आजाद, सतबीर धायल, कुरड़ाराम नम्बरदार, हवासिंह संघर्ष, मियां सिंह, रमेश डोभी, प्रह्लाद सिंह सिरसा, सतरोल खाप के प्रधान रामनिवास लोहान, लांधड़ी टोल से आये का. सुरेश कुमार, संदीप सिवाच, रघुबीर एडवाकेट, जगदीश, सुभाष कौशिक, रणदीप लोहचब, कुलदीप, सोमबीर भगाना, शकुंतला जाखड़, बबली लाम्बा, कमला घनघस, डॉ. अनिता, अनु सूरा, मनीषा आदि ने संबोधित किया। इस अवसर पर कृष्ण किरमारा, निहाल सिंह डांगी, सत्यवीर झाझडिय़ा, रामबीर न्योली, विजय जागलान, मा. प्रताप सिंह, साहबी भुल्लर, राजे हुड्डा, संजय हुड्डा, दलबीर खोखा, धर्मपाल बड़ाला, बलराज मलिक, रणधीर बामल सहित अनेक नेतागण उपस्थित रहे।

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Jeewan Aadhar Editor Desk