हिसार,
रेहड़ी पटरी फेरी वर्कर्स यूनियन का प्रतिनिधिमंडल सिटी मजिस्ट्रेट से मिला और उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपते हुए शहर में रेहड़ी लगाने का समय शाम 7 से बढ़ाकर 9 बजे तक करने की मांग की। रेहड़ी पटरी फेरी वर्कर्स यूनियन के प्रधान दाताराम और सचिव दिनेश सिवाच ने कहा कि ज्यादातर रेहडी शाम को 5 बजे के बाद लगनी शुरु होती हैं। ग्राहक भी शाम 6 के बाद ही आना शुरू करते हैं। ऐसे में शाम 7 बजे तक रेहडी लगाने का कोई औचित्य नहीं है। ज्ञापन में समय बढ़ाकर 9 बजे तक करने के अलावा स्ट्रीट वेंडर एक्ट 2014 लागू करने, रेहड़ी वालों को तंग ना करें (पूर्णिमा पार्क के पास हर रोज ऐसी समस्या रहती है) और रेहड़ी वालों के लिए अन्य सुविधाओं की मांग की गई। उन्होंने कहा कि शहर में अभी कई ऐसी जगह हैं जहां नगर निगम प्रशासन रेहड़ियां नहीं लगने देता, सामान उठाया जा रहा है। 2 महीने के लॉकडाउन के चलते रेहड़ी मजदूर भूखे मरने के कगार पर हैं। बार—बार यूनियनों की ओर से 3 महीने तक हर महीने 7500 रुपये देने, 6 महीने तक हर महीने प्रति व्यक्ति 10 किलो अनाज व अन्य खाद्य वस्तुएं देने की मांग की जा रही हैं परंतु सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन को जल्द ही मजदूरों की सुरक्षा में कड़े कदम उठाने चाहिये।