हिसार

आदमपुर में कोरोना पॉजिटिव मिली बच्चियों को घर में किया आइसोलेट

बिना लक्षण के मरीजों का स्वास्थ्य विभाग घर में करेगा इलाज

आदमपुर (अग्रवाल)
जिल में प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। ऐसे में हिसार ही नही फतेहाबाद व सिरसा जिले में कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर मरीजों को अग्रोहा मैडीकल कालेज रेफर किया जा रहा है। जिससे अग्रोहा कोविड-19 अस्पताल पर भी भार बढ़ रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की नई गाइडलाइन के अनुसार अब अति गंभीर मरीजों को ही रेफर किया जाएगा। इसके लिए दिशा-निर्देश दिए गए हैं। आदमपुर की हनुमान कालोनी में सोमवार शाम को मिली 2 कोरोना पॉजिटिव 9 व 13 वर्षीय बच्चियों को स्वास्थ्य विभाग ने घर में ही आइसोलेट किया है।

हनुमान कालोनी में 21 मई को मुम्बई से लौटे व्यक्ति, उसकी पत्नी व बेटा की 29 मई को रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। सोमवार को ही तीनों को विभाग ने नई गाइडलाइन के तहत डिस्चार्ज कर घर भेजा था। इसके थोड़ी देर बाद ही उक्त व्यक्ति की 9 वर्षीय बेटी व 13 वर्षीय भतीजी की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। स्वास्थ्य विभाग ने दोनों बच्चियों को घर में ही आइसोलेट किया है। कोरोना संक्रमण मरीजों को लेकर जो गाइडलाइन जारी हुई है उसके तहत अति गंभीर मरीजों को ही अग्रोहा रेफर किया जाएगा। जिसके तहत बिना सिमटम वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अब अस्पताल में भर्ती नहीं किया जाएगा। उन्हें घर में ही क्वारंटाइन किया जाएगा। इससे वे दूसरे मरीजों के संपर्क में नहीं आएंगे। इन्हें उनके घर में ही होम क्वारंटाइन रहेगी।

इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम उसकी मॉनिटरिंग रखेंगे। दूसरी श्रेणी में उन मरीजों को रखा जाएगा जिनमें कोरोना के लक्षण है और उनको सांस लेने में दिक्कत होती है तो उनको अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा और अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा। तीसरी श्रेणी में गंभीर मरीजों को रखा जाएगा। इसमें उन मरीजों को शामिल किया गया है जिनको वेंटिलेटर की जरूरत होगी। शिव कालोनी में बनाए गए कंटेनमैंट व बफर जोन में जागरूकता अभियान चलाया गया।

आदमपुर राजकीय महाविद्यालय के सहायक प्रोफेसर एवं ड्यूटी मजिस्ट्रेट राजेश वर्मा ने लोगों को कोरोना से एकजूट होकर लडऩे का आह्वान किया। प्रोफेसर राजेश वर्मा ने कहा लोग कोरोना महामारी से बिल्कुल भी न डरे और डटकर मुकाबला करें। इस बारे में आदमपुर नागरिक अस्पताल के एस.एम.ओ. डा. मुकेश कुमार व डा. रामनिवास ने बताया कि विभाग की नई गाइडलाइन के तहत अब बिना लक्षण के मरीजों को घर में ही आइसोलेट किया गया है। दोनों बच्चियों को विभाग की निगरानी में अलग-अलग कमरे में रखा गया है। विभाग की टीम समय-समय पर मॉनिटरिंग कर रही है।

Related posts

बालसमंद में फायरिंग कर मांगी 1 करोड़ रुपए की फिरौती

कृषि पैदावार बढ़ाने के लिए गुणवत्ताशील बीज जरूरी : प्रो. बीआर कम्बोज

दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माऊंट किलिमंजारो की चढ़ाई करेगा मोहित बिश्नोई

Jeewan Aadhar Editor Desk