आदमपुर (अग्रवाल)
चीनी सैनिकों की कायराना हरकत से देशवासियों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। ग्राहक हो या दुकानदार सभी चीनी उत्पादों से तौबा कर रहे हैं। जहां दुकानदारों ने चीनी उत्पादों को न बेचने का मन बनाया है वहीं ग्राहक भी चीनी उत्पाद को खरीदने से गुरेज कर रहे हैं। बाजार में अधिकांश दुकानदारों ने चीनी उत्पादों की बिक्री न करने का संकल्प लिया है।
वहीं ग्राहक भी चीनी उत्पादों का प्रयोग न करने का संकल्प ले रहे हैं। कोरोना के संक्रमण के चलते पहले चीनी उत्पादों के आयात पर रोक लगाई थी। लोगों ने इसका प्रयोग भी बंद कर दिया था। मगर इधर चीनी सैनिकों ने सीमा पर जो हरकत की उससे लोगों का गुस्सा और भडक़ गया है। आदमपुर में पहले चाइनीज उत्पादों की काफी बिक्री होती थी। इसकी वजह है कि वह स्वदेशी उत्पादों से सस्ते पड़ते थे। लेकिन पिछले कुछ सालों से चाइनीज माल का विरोध होना शुरू हो गया है। खासकर हर वर्ष दीपावली पर चाइनीज झालर व लाइट का विशेष रूप से विरोध होता है। इसके बाद भी बाजार में चाइनीज खिलौना समेत कई ऐसे उत्पाद हैं जिनकी खासी डिमांड रहती है। कोरोना संक्रमण के बाद चाइनीज माल पर रोक लग गई। बाजार में चाइनीज सामान कम हुआ है।
दुकानदारों ने चाइनीज माल से दूरी बना ली थी। मगर सीमा पर हुई घटना से लोगों का गुस्सा बढ़ गया है। दुकानदार व ग्राहकों ने चाइनीज सामान के उपयोग करने से दूरी बना ली है। इसी कड़ी में आदमपुर बिनौला मार्कीट व एडिशनल मंडी के अनेक पैस्टिसाइड के दुकानदारों ने अपने-अपने लैटर पैड पर चाइनीज कीटनाशक दवा कंपनियों का बहिष्कार करते हुए डीलरशिप बंद करने की बात कही है। दुकानदारों ने साथ ही कंपनी से प्रतिभूति राशि वापस देने की मांंग की है। दुकानदारों का कहना है देश विरोधियों व सेना के सम्मान को ठेस पहुंचाने पर वे कंपनी के साथ व्यवसाय नही कर सकते।