सेक्टर आरडब्ल्यूए के साथ मीटिंग के बाद अधिकारी आए एक्शन में
हिसार,
सेक्टर 33 की समस्याओं की समाधान की मांग को लेकर सेक्टर रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) के बीच 19 जून को हुई बैठक के बाद सेक्टर की समस्याओं को जानने के लिए प्राधिकरण के अधिकारियों ने आज सेक्टर 33 का दौरा किया।
एसोसिएशन प्रधान राजपाल नैन और सचिव मास्टर रोहतास ने बताया कि सेक्टर में सीवरेज व्यवस्था का बुरा हाल होने के कारण सेक्टर में बदबू फैल रही है। इसके अलावा सेक्टर के साथ लगते केंद्रीय भैंस फार्म में शहर का सीवरेज का गंदा पानी आ रहा है, जिसके चलते फार्म के साथ लगते घरों में रहने वाले सेक्टरवासियों का सांस लेना भी दुर्भर हो गया है। इसी समस्या की बार-बार शिकायत करने के बाद एचएसवीपी के कार्यकारी अभियंता पवन कुमार वर्मा व एसडीओ पुन्नू राम ने आज पूरे सेक्टर का दौरा किया और साथ लगते भैंस फार्म में जमा हो रहे सीवरेज के गंदे पानी का मौके पर जाकर निरीक्षण किया। इसके बाद अधिकारियों ने भैंस फार्म के निदेशक डा. सतबीर सिंह दहिया के साथ मीटिंग की।
प्रधान राजपाल नैन ने बताया कि बैठक में एसोसिएशन ने कार्यकारी अभियंता पवन कुमार वर्मा व एसडीओ पुन्नू राम तथा फार्म के निदेशक डा. सतबीर सिंह दहिया, डा. वीपी सिंह व डा. बीसी लाठर को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल(एनजीटी) के नियमों का हवाला देते हुए बताया कि एनजीटी के साफ निर्देश हैं कि सीवरेज के गंदे पानी को न तो सीधे तौर पर जमीन की सिंचाई के लिए प्रयोग किया जा सकता है और न ही तालाब बनाकर गंदे पानी को जमा कर सकता है जिस प्रकार से फार्म ने तालाब बना कर किया हुआ है। यह पर्यावरण और मनुष्य जीवन के साथ खिलवाड़ है।
प्रधान राजपाल नैन ने बताया कि बैठक में फार्म निदेशक ने स्वीकार किया कि शहर से सीवरेज का गंदा पानी फार्म में आ रहा है। इसके अलावा इस पानी में ऑटो मार्केट में प्रयोग हो चुका पानी जिसमें अनेक प्रकार के हानिकारक कैमिकल शामिल हैं सीवरेज के गंदे पानी के साथ मिलकर आ रहे हैं। इस गंदे पानी के कारण फार्म की जमीन भी खराब हो रही है। इसके लिए उन्होंने सीधे तौर पर जनस्वास्थ्य विभाग को जिम्मेवार ठहराते हुए प्राधिकरण के अधिकारियों को जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बात करने की सलाह देकर अपना पल्ला झाड़ लिया। इस दौरान एसोसिएशन ने फार्म निदेशक को मांग पत्र सौंप कर फार्म में जमा व बह रहे गंदे पानी पर रोक लगाने की मांग की।
प्रधान राजपाल नैन ने बताया कि एसोसिएशन पदाधिकारियों व प्राधिकरण अधिकारियों को साथ लेकर फार्म निदेशक ने करीब एक घंटे तक फार्म में बह रहे गंदे पानी व सीवरेज के स्टोर हुए गंदे पानी की जगह व फार्म के साथ लगते रास्ते जिस पर 45 मीटर चौड़ी सड़क बननी है की निशानदेही देने बारे चर्चा की।
एसोसिएशन प्रधान ने बताया कि केंद्रीय भैंस फार्म में जहां से सीवरेज के गंदे पानी का नाला बह रहा है तथा जिस जगह पर सीवरेज का गंदा पानी तालाब बनाकर स्टोर किया हुआ है वह जगह हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की है और उस जगह पर सेक्टर की सड़क का निर्माण किया जाना है। इस दौरान एसोसिएशन के सदस्य सुनील वर्मा भी मौजूद रहे।