घटना के 13 दिन बाद भी नही हुई एक भी गिरफ्तारी, पीडि़तों ने जताया रोष, बताया जानमाल का खतरा
एससी आयोग के निदेशक को भी कार्यवाही के लिए लिखा पत्र
हिसार,
गत 27 जून को सलेमगढ़ गांव में हुए प्रवीण हत्याकांड में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी व पीडि़तों को सुरक्षा देने की मांग को लेकर पीडि़त पक्ष ने एसपी गंगाराम पुनिया से मुलाकात की।इस दौरान एक शिकायत सौंपते हुए मृतक प्रवीण के पिता पोकरदास ने कहा कि घटना के 13 दिन बीतने पर भी आरोपी शराब ठेकेदार अपने बदमाशों के साथ हमारे गांव व घर के आसपास खुलेआम घूम रहा है। सभी आरोपी पेशेवर मुजरिम है और हिंसक प्रवर्ती के है। इन सभी आरोपियों से हमें अब भी जानमाल का खतरा बना हुआ है।
पोकरदास ने आरोप लगाते हुए कहा कि आरोपी काफी प्रभावशाली व दबंग है। इनमें पुलिस का कोई भय नहीं है। आए दिन गांव में ये शराब ठेकेदार अपनी मनमानी करते रहते है।घटना से 10,12 दिन पहले भी इन शराब ठेकेदारों व इनके गुर्गों ने प्रवीण को उनके ठेके की शराब बेचने के लिए दबाब डाला था। जब प्रवीण ने शराब ठेकेदारों की बात नही मानी तो एक साजिश रचकर प्रवीण की हत्या कर दी गई। एसपी पुनिया ने मामले में नामजद सभी आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही पीडि़त परिवार ने एससी आयोग के निदेशक को भी पत्र लिखकर उन्हें न्याय दिलाने की मांग की है।
इस मौके पर परिजनों के साथ जय भीम आर्मी के चेयरमैन संजय चौहान, बसपा नेता बजरंग इंदल व पवन सातरोड़, दलित महिला अधिकार मंच से पूनम बौद्ध, सुरेश टांक कैथल व राजबीर आदि मौजूद रहे जिन्होंने आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। इस दौरान मृतक प्रवीण के पिता व शिकायकर्ता पोकरदास, मृतक की पत्नी सीमा देवी, धर्मबीर, कुलवंत, श्यामलाल, ओमप्रकाश, राजेन्द्र व अन्य मौजूद थे।