पानीपत,
कोरोना महामारी काल में गांव फरीदपुर में दूध के मात्र 1500 रूपए के लेने देन ने एक 55 वर्षीय मंजीत नाम की महिला की जान ले ली। परिजनों ने बताया कि उन्हें पड़ोस में ही पीछे की गली में रहने वाले एक डेयरी मालिक के दूध के पैसे देने थे। इसको लेकर डेयरी मालिक पैसे के लेन देन को लेकर 2 अन्य के साथ हमारे घर पर पहुंचा और घर पर आकर मारपीट और हाथपाई की। मृतक बुजुर्ग महिला के बेटे जसवंत ने बताया कि मारपीट के दौरान उनकी मां मंजीत पास में ही चारपाई पर बैठी थी। इसी दौरान आरोपियों ने मुझे धक्का दिया और मैं अपनी माँ के ऊपर गिर गया। इसके चलते उनकी मां की मौके पर ही मौत हो गई।
जसवंत का कहना है कि वह गांव में ही रहने वाले बिट्टू पुत्र प्रेम सिंह से दूध लेता था। पिछले दो महीने से दूध लेना बंद कर दिया था। बिट्टू के 1500 रुपए बकाया था। मंगलवार रात 7.30 बजे बिट्टू उसकी पत्नी संतरो देवी और मामा के लड़के के साथ घर पर आया। उसने दूध के 1500 रुपए मांगे। जसवंत ने कहा कि अभी पैसे नहीं है। इस बात पर बिट्टू और उसके मामा के लड़के ने कहासुनी व धक्का-मुक्की शुरू कर दी।
पास में ही जसवंत की बुजुर्ग मां मनजीत कौर भी लेटी हुई थी। आरोप है कि बिट्टू और उसके मामा के लड़के ने जसवंत को धक्का दे दिया। जसवंत अपनी मां मनजीत कौर पर जाकर गिरा। पांव का ऑपरेशन की वजह से मनजीत कौर पहले से काफी कमजोर हो चुकी थी। ऐसे में अचानक जोर से जसवंत के गिरने से उसकी मौत हो गई।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटना स्थल का जायजा लिया। वहीं पुलिस ने परिजनों के बयानों पर 3 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर शव को अपने कब्जे में लेकर पानीपत के सामान्य अस्पताल मे पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। फिलहाल पुलिस ने एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है।