हिसार

आगे बढऩे के लिए नई तकनीकों के साथ सामंजस्य जरूरी : प्रो.समर सिंह

एचएयू के नवनियुक्त वैज्ञानिकों का एक माह का आरंभिक प्रशिक्षण संपन्न

हिसार,
जीवन में आगे बढऩे के लिए वर्तमान समय की नई तकनीकों के साथ सामंजस्य बैठाना जरूरी है। इसके लिए शिक्षकों को नित्त नई तकनीकों व शिक्षण की बारीकियों को सीखना होगा।
यह बात हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. समर सिंह ने नवनियुक्त अनुसंधान, शिक्षण व विस्तार के शिक्षकों एव वैज्ञानिकों के लिए आयोजित आरंभिक प्रशिक्षण के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। प्रशिक्षण का आयोजन मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय की ओर से किया गया था। उन्होंने कहा कि अब उनकी नई जिम्मेदारी विश्वविद्यालय को अपनी मेहनत व संघर्ष की बदौलत आगे ले जाने की है। इसके लिए उन्हें पूरी निष्ठा व कर्तव्य से कार्य करना होगा। अगर आप मेहनत, सच्ची लगन, दृढ़ सकंल्प व आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेंगे तो सफलता आपके कदम चुमेगी क्योंकि सफलता का कोई शॉर्ट कट नहीं होता। उन्होंने नवनियुक्त वैज्ञानिकों से आह्वान किया कि इस आरंभिक प्रशिक्षण से हासिल ज्ञान को अपने सेवाकाल में अधिक से अधिक प्रयोग करें ताकि वे नित नई चुनौतियों का सामना कर आगे बढऩे में सक्षम हो सकें। आज के दौर में कामयाबी के लिए आपके व्यक्तित्व की बहुत बड़ी भूमिका होती है। इसलिए आप किसी भी क्षेत्र में काम कर रहे हों, आपको हमेशा आत्म विकास पर कार्य करना होगा। आत्म विकास व आत्मविश्वास इंसान को सामान्य जीवन के साथ-साथ उसके करियर में भी बहुत आगे तक लेकर जा सकता है।
विश्वविद्यालय की प्रत्येक प्रशासनिक गतिविधि से कराया अवगत
मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय के निदेशक डॉ. एम.एस. सिद्धपुरिया ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए प्रतिभागियों के साथ परिचय करवाया। साथ ही मानव संसाधन निदेशालय के संगठनात्मक ढांचे व उसकी गतिविधियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। निदेशालय की संयुक्त निदेशक व कार्यक्रम की संयोजक डॉ. मंजू मेहता ने बताया कि इसएक माह के आरंभिक प्रशिक्षण कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के नवनियुक्त शिक्षकों को विश्वविद्यालय की सभी गतिविधियों, नियमों, कानून, एक्ट एंड स्टेट्यूट्स, विश्वविद्यालय प्रशासन के संगठनात्मक ढांचे, महाविद्यालयों के संगठनात्मक ढांचे व गतिविधियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। कोरोना महामारी के चलते प्रतिदिन प्रशिक्षण शुरू होने से पहले प्रशिक्षण हॉल को सेनेटाइज करवाते हुए सामाजिक दूरी व मास्क का विशेष ध्यान रखा गया। सहायक निदेशक डॉ. जितेंद्र भाटिया ने बताया कि प्रशिक्षणार्थियों को प्रतिदिन अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिए गए, जिनमें विश्वविद्यालय के व बाहर के विशेषज्ञ भी शामिल थे। इस दौरान विश्वविद्यालय के वित्त नियंत्रक नवीन जैन, मीडिया एडवाइजर डॉ. आर.एस. ढिल्लों सहित प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजक व प्रशिक्षणार्थी मौजूद थे।

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