हिसार,
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के हिंदी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राजपाल को उच्च शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित सम्मान समारोह में इंडियन एक्सीलेंस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। डॉ. राजपाल को यह राष्ट्रीय स्तरीय अवॉर्ड विलक्षणा एक सार्थक पहल समिति अजायब रोहतक, बोहल शोध मंजूषा, गिना शोध संस्थान भिवानी व इंडो यूरोपियन लिटरेरी डिस्कोर्स यूक्रेन ने अपने संयुक्त आयोजन में प्रदान किया।
डॉ. राजपाल मुख्य रूप से राजकीय महाविद्यालय में कार्यरत हैं लेकिन सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ अभियान चलाने व शोध कार्यों में इनकी गहरी रुचि है। शोध कार्यों में दिलचस्पी का ही नतीजा है कि अब तक 50 से अधिक शोध पत्र राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। वैश्विक महामारी के इस भयानक दौर में भी इन्होंने 60 वेब गोष्ठियों में भी प्रतिभागिता की व शोध पत्र प्रस्तुत किए। असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राजपाल आचार्य रामचंद्र शुक्ल हिंदी साहित्य का इतिहास सहित 11 पुस्तकों की भूमिका भी लिख चुके हैं। इनकी लघु पुस्तिका एवं आलेख भी प्रकाशित हो चुके हैं।