हिसार

आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से राष्ट्रव्यापी ऑनलाइन दिव्य-सुदर्शन क्रिया फॉलोअप 25 को : नीरज गुप्ता

ऑनलाइन मेडिटेशन एंड ब्रेथ वर्कशॉप का आयोजन 29 अक्टूबर से 1 नवम्बर तक

हिसार,
आर्ट ऑफ लिविंग की हिसार इकाई की आरे से 25 अक्टूबर को सुबह 6 से 8.30 बजे तक श्री श्री रविशंकर पवित्र वाणी में राष्ट्रव्यापी ऑनलाइन दिव्य-सुदर्शन क्रिया फॉलोअप का आयोजन किया जाएगा। सुमेरु संध्या स्टेट कॉर्डिनेटर नीरज गुप्ता ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान साधक संगीतमय योगासन, सूर्य-नमस्कार, पद्म साधना, ध्यान, प्राणायाम तथा दिव्य सुदर्शन क्रिया का अभ्यास करते हुए परमानन्द एवं दिव्य-ऊर्जा की सुखद अनुभूति अर्जित कर पाएंगे।
हिसार इन्फ़ॉर्मेशन सेंटर के आनरेरी सेक्रेटरी समीर ने बताया कि 29 अक्टूबर से 1 नवंबर तक आयोजित ऑनलाइन मेडिटेशन एंड ब्रेथ वर्कशॉप में सुदर्शन क्रिया सिखाई जाएगी। ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को खुश, गतिशील और तनाव मुक्त जीवन के रहस्य सिखाए जाते हैं। कार्यक्रम का आयोजन सुबह 6.15 बजे से 8.30 बजे तक तक किया जाएगा जिसमें प्रतिभागी अपने घर पर बैठकर ही इस कार्यक्रम में हिस्सा ले सकते हैं।
जिला शिक्षा समन्वयक विजय शर्मा ने बताया कि हेप्पीनैस प्रोग्राम की आधारशिला सुदर्शन क्रिया है। यह क्रिया एक शक्तिशाली लयबद्ध श्वास लेने की तकनीक है जिसे गुरूदेव द्वारा प्रतिपादित किया गया है। इस अद्वितीय क्रिया से तनाव मुक्ति, थकान के साथ नकारात्मक भावनाएं जैसे गुस्सा, कुंठा, अवसाद से मुक्त हुआ जा सकता है और उर्जा से भरपुर, शांत, केन्द्रित तथा आराम में रह सकते हैं। इस कार्यक्रम का परिणाम यह होगा कि प्रतिभागियों को एक शांत, संतुलित, खुश और स्थिर मन का अनुभव होगा।
हिसार इन्फ़ॉर्मेशन सेंटर की डिप्टी आनरेरी सेक्रेटरी आशिमा जैन ने बताया कि सुदर्शन क्रिया पर विश्व भर में कई स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा विस्तृत अनुसंधान किया गया है। इनमे एम्स एवं निम्स के शोध परिणाम कहते हैं कि इससे न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वरूप पर भी बहुत प्रभाव पड़ते है। उन्होने बताया कि इस शिविर में 18 वर्ष या अधिक के व्यक्ति अपना नाम दर्ज करा सकते हैं।

Related posts

सुंदरकांड प्रचारिणी सभा ने जरुरतमंदों को बांटी रजाइयां

Jeewan Aadhar Editor Desk

18 दिसंबर को हिसार में होने वाले मुख्य कार्यक्रम

Jeewan Aadhar Editor Desk

आंगनवाड़ी महिलाओं ने वित्तमंत्री का पुतला फूंक कर जताया रोष

Jeewan Aadhar Editor Desk