गिरी सेंटर में करीब पांच करोड़ की लागत से अंतरराष्ट्रीय स्तर का सिंथेटिक ट्रैक बनकर तैयार, मुख्यमंत्री 29 को करेंगे उद्घाटन
हिसार,
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में स्थित गिरी सेंटर में अब अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार होंगे। इसके लिए गिरी सेंटर में करीब 5 करोड़ रूपये की लागत से अंतरराष्ट्रीय सिंथेटिक ट्रैक बनकर तैयार हो चुका है। इस ट्रैक का उद्घाटन 29 नवंबर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल करेंगे। इस ट्रैक को बनाने में 4 करोड़ 65 लाख रूपये की लागत आई है जिसके लिए अनुदान भारत सरकार के खेल मंत्रालय द्वारा दिया गया है। यह राशि एचएयू की परिधि में खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेलो इंडिया राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत प्रदान की गई है। इस टै्रक को मुंबई की स्पोर्ट्स फैसिलिटीज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने लगभग एक वर्ष में तैयार किया है। इस टै्रक में प्रयोग किया गया सभी सामान मेड इन यूरोप है जिसे इंग्लैंड से मंगवाया गया है। इसका निर्माण भी विदेशी इंजीनियरों ने ही किया है।
वर्ष 1996 में बना था प्रदेश का पहला सिंथेटिक ट्रैक
विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण निदेशक डॉ. देवेंद्र सिंह दहिया ने बताया कि इससे पहले वर्ष 1996 में गिरी सेंटर में सिंथेटिक ट्रैक बनाया गया था जो प्रदेश के किसी विश्वविद्यालय में अपनी तरह का पहला सिंथेटिक ट्रैक था। मौजूदा समय में आयोजित की जाने वाली खेल गतिविधियों को देखते हुए पहले वाला ट्रैक पुराना हो चुका था और अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों पर खरा नहीं उतर रहा था। इसी लिए इस ट्रैक का जीर्णोधार किया गया है।
वल्र्ड एथेलेटिक्स संस्था से मिला क्लास-वन प्रमाण-पत्र
सहायक छात्र कल्याण निदेशक (खेल) डॉ. सुशील लेगा के अनुसार इस समय जो सिंथेटिक टै्रक बनाया गया है उसे अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है और इसके लिए विश्व एथेलेटिक्स संघ ने क्लास-वन का प्रमाण-पत्र दिया है। उन्होंने बताया कि यह संघ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाने वाली एथलेटिक्स खेलों के आयोजन, संचालन और उसमें भाग लेने वाले खिलाडिय़ों के चयन संबंधी सभी गतिविधियों को नियंत्रित करती है। इस ट्रैक मेें अब एथेलेटिक्स की खेल गतिविधियां जिनमें विभिन्न दौड़ जैसे बाधा दौड़, रिले दौड व फेंकने वाले खेल जिसमें चक्का फेंकना, भाला फेंकना, गोला फेंकना और कुदने वाले खेल जिसमें लंबी कूद, छोटी कूद शामिल हैं, आयोजित की जा सकेंगी।
50 साल बाद हुई गिरी सेंटर की फेस लिफ्टिंग
गिरी सेंटर के भवन की फेस लिफ्टिंग (रिनोवेशन), ट्रैक के अंदर वाले क्षेत्र में लगाई गई घास, रास्तों पर इंटरलॉकिंग टाइलें आदि पर करीब एक करोड़ रूपये की लागत आई है, जिसे विश्वविद्यालय ने अपने बजट से तैयार करवाया है। गिरी सेंटर के इस भवन का निर्माण आज से करीब 50 वर्ष पूर्व 1970 में किया गया था जब विश्वविद्यालय बना था। इसकी फेस लिफ्टिंग(रिनोवेशन), लैंड स्केपिंग व इंटरलॉक रास्ते बनाने से इसकी शोभा को चार चांद लग गए हैं और इसका लुक देखते ही बनता है।
खिलाडिय़ों को मिलेगा मौका, अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धाओं को ध्यान में रखकर कर सकेंगे अभ्यास : कुलपति
एचएयू के कुलपति प्रो. समर सिंह ने कहा कि गिरी सेंटर में बनाए गए अंतरराष्ट्रीय स्तर के सिंथेटिक ट्रैक से अब खिलाडिय़ों को ओर बेहतर करने का मौका मिलेगा। खिलाड़ी अब अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धाओं को ध्यान में रखकर अभ्यास कर सकेंगे। यह विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों व गिरी सेंटर के खिलाडिय़ों के लिए बहुत ही फायदेमंद होगा। उन्होंने बताया कि इस सिंथेटिक टै्रक का उद्घाटन मुख्यमंत्री मनोहर लाल 29 नवंबर को यहां आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि करेंगे। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय साइंटिस्ट हॉस्टल का उद्घाटन भी करेंगे।