हिसार

दुनिया के कई हिस्सों में महिलाओं की भूमिका हो रही नजरअंदाज, चिंता का विषय : प्रो. नरसीराम

टीम-एचएसबी द्वारा विद्यार्थियों को महिलाओं की सामाजिक व आर्थिक विकास में समान भागीदारी व पर्यावरण प्रदूषण के प्रति जागरूक करना समय की मांग

हिसार,
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस की ओर से विश्वविद्यालय के आधीन कार्यरत विभिन्न शैक्षणिक विभागों व सभी सम्बद्ध महाविद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का ऑनलाइन आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के डीन ऑफ रिसर्च प्रो. नरसीराम बिश्नोई मुख्यातिथि थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के निदेशक प्रो. कर्मपाल नरवाल ने की तथा कार्यक्रम का संचालन डा. दलबीर सिंह ने किया।
मुख्य अतिथि प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान समय की मांग को देखते हुए हमारे सभ्य समाज में जागरूकता लाने के मद्देनजर इस प्रतियोगिता के तात्कालिक थीम रखे गए हैं। इस प्रतियोगिता में नारी शक्ति, भारत में प्रदूषण की समस्या, मेक इन इंडिया, न्यू टेक्नोलॉजी इन एजुकेशन, सोशल मीडिया का बच्चों पर प्रभाव जैसे ज्वलनशील थीम शामिल किये गए हैं। प्रोफेसर बिश्नोई का कहना है कि वर्तमान युग मे महिलाएं किसी भी समाज का महत्वपूर्ण स्तम्भ है। हमारे आसपास महिलाएं, बेटियां, माताएं, सक्षम सहयोगी और अन्य कई भूमिकाओं को बड़ी कुशलता व सौम्यता से निभा रहीं है लेकिन आज भी दुनिया के कई हिस्सों में समाज उनकी भूमिका को नजरअंदाज करता है, जिसके चलते हमारी महिलाओं को बड़े पैमाने पर असमानता, उत्पीड़न, वित्तीय निर्भरता और अन्य सामाजिक बुराइयों का खामियाजा सहन करना पड़ता है जो हम सभी के लिए अत्यंत विचारणीय प्रश्न है। दूसरी ओर, हमारे भारत में काफी समय से प्रदूषण काफी बढ़ता जा रहा है जिसको देखते हुए समाज के लोगों को भी पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता के संदेश देने के लिए इन सभी थीम को रखा गया था, यह अत्यंत संतोषजनक है। उन्होंने इस प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए टीम-एचएसबी को बधाई दी।
हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के निदेशक प्रो. कर्मपाल नरवाल ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र में आज महिलाओं का नेतृत्व राष्ट्र व समाज के विकास के लिए महत्वपूर्ण यंत्रों में से एक है। इसलिए, सार्वजनिक क्षेत्र में महिलाओं का समान प्रतिनिधित्व करना एक सामाजिक न्याय का मुद्दा है। हालांकि महिला सशक्तिकरण को प्रभावी बनाने के लिए सभी दृष्टिकोणों को आगे लाने की आवश्यकता है क्योंकि महिला और पुरुष दोनों अद्वितीय और अलग दृष्टिकोण रखते हैं, इसलिए निर्णय लेने की प्रक्रिया को प्रभावशाली बनाने के लिए दोनों का समन्वय स्थापित हो, यह बहुत महत्वपूर्ण है। समाज में पुरुषों और महिलाओं दोनों के अधिकारों की समानता कार्य क्षमता को बढ़ाएगी और इस प्रकार देश की आर्थिक व सामाजिक स्थिति में सुधार होगा। पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाना आज के समय की मांग है क्योंकि गुरु जम्भेश्वर महाराज ने पन्द्रहवीं शताब्दी में ही मानव जाति को पर्यावरण के प्रति सचेत रहने का संदेश दिया था जो आज भी अत्यंत प्रासंगिक है।
इस ऑनलाइन प्रतियोगिता के संयोजक डा. दलबीर सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने में एचएसबी की वरिष्ठ शिक्षक डा. अंजू वर्मा, डा. हिमानी शर्मा, डा. श्वेता सिंह व प्रेरणा टुटेजा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस प्रतियोगता के प्रभावशाली आयोजन के लिए एमबीए फाइनेंस की सोनाली, वंशिका व कृतिका का सहयोग रहा, जिन्होंने एचएसबी के एक्टिविटीज स्टूडेंट्स कोऑर्डिनेटर तनीषा और अरविंद के साथ मिलकर इस प्रतियोगिता का आयोजन करवाया। डा. दलबीर सिंह ने बताया कि प्रतियोगिता में 67 विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस दौरान छात्र-छात्राओं से प्राप्त पोस्टरों के अवलोकन उपरान्त निर्णायक मंडल की संस्तुति के आधार पर गुरू जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के बीटेक के विद्यार्थी शुभम कुमार ने प्रथम, डीएन कॉलेज, हिसार के रवि कुमार गंगवा ने द्वितीय व जाट कॉलेज, हिसार की आरती ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इनके अतिरिक्त सभी विद्यार्थियों द्वारा बनाये गये पोस्टर की सराहना भी की गई। विद्यार्थियों को प्रतिभागी प्रमाण पत्र तुरन्त उनकी इमेल पर भेज दिए गए जिसमें से पोजिशन प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को अलग विशेष प्रकार का प्रमाण पत्र दिया गया है। यह प्रमाण पत्र विधार्थियो को भविष्य में प्रोत्साहित करने में काफी मदद प्रदान करेगा।

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Jeewan Aadhar Editor Desk