प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी जिद्द छोड़ कर तुरंत प्रभाव से तीनों कृषि कानून लेने चाहिए
हिसार,
हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव बजरंग गर्ग ने किसान आंदोलन में बाबा संत राम सिंह द्वारा आत्महत्या करने व भारी ठंड के कारण लगातार किसानों की मृत्यु होने पर गंभीर चिंता प्रकट की है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कितने और किसानों की कुर्बानी लेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी जिद्द छोड़ कर किसानों की मांग को तुरंत प्रभाव से मान लेना चाहिए।
एक बयान में बजरंग गर्ग ने कहा कि तीन कृषि कानूनों से देश व प्रदेश का किसान, आढ़ती व मजदूर बर्बाद हो जाएगा। जब किसान कृषि कानून लागू करने की मांग नहीं कर रहा है तो सरकार जबरन कृषि कानून को किसानों पर क्यों थोपने में लगी हुई है। तीन कृषि कानून से देश में जमाखोरी बढ़ेगी और बड़ी-बड़ी कंपनियां जरूरत का सामान व अनाज का भारी-भरकम स्टॉक जमा करके मोटा मुनाफा कमाकर अनाज व जरूरत का सामान बेचेंगी। इससे देश व प्रदेश में हर जरूरत का सामान महंगा हो जाएगा और पहले से ही कई गुना महंगाई बढ़ेगी। बजरंग गर्ग ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने चहेते अंबानी व अडानी को लाभ पहुंचाने के लिए तीन कृषि कानून लागू किए हैं ताकि खुदरा सामान व अनाज के व्यापार पर अंबानी व अडानी का कब्जा हो जाए और हर जरूरत के समान पर देश व प्रदेश में बड़ी-बड़ी कम्पनियों का कब्जा हो जाऐगा। कृषि कानून में बड़ी बड़ी कम्पनी खेतों में ही एडवांस में किसानों का अनाज ओने पौने दामों में खरीदेगी और प्राइवेट मंडियां बनाने से सरकारी मंडियां बंद हो जाएगी। इससे किसान व आढ़ती दोनों बर्बाद हो जाएंगे। जब सरकारी मंडियां ही बंद हो जाएगी तो किसान की फसल एमएसपी रेटों पर कौन खरीदेगा। बजरंग गर्ग ने कहा कि तीन कृषि कानून किसान ही नहीं आम जनता के खिलाफ बनाया हुआ कानून है इसलिए पूरे देश व प्रदेश का व्यापारी, कर्मचारी, मजदूर व आम जनता किसान आंदोलन में किसानों के साथ खड़ा है और आगे भी खड़ा रहेगा। जब तक केंद्र सरकार तीन कृषि कानून वापिस नहीं लेती तब तक किसान, आढ़तियों व आम जनता का आंदोलन जारी रहेगा।