हिसार

अनिश्चितकाल के लिये फ्री कर दिये प्रदेश के सभी टोल

हिसार जिले के किसानों ने शाहजाहंपुर बॉर्डर पर लगाया डेरा

हिसार,
अखिल भारतीय किसान, मजदूर समन्वय संघर्ष समिति के आह्वान पर तीन दिनों तक हिसार जिले के चारों टोल प्लाजा को फ्री रखने के बाद अब हरियाणा में अनिश्चितकाल के लिये सभी टोल को फ्री रखे जाने के आह्वान पर आज चौथे दिन भी जिले के सभी टोल फ्री रखे गये। सभी टोल पर किसानों, मजदूरों व अन्य संगठनों के सहयोग से धरना-प्रदर्शन जारी रहा। आज भी हजारों वाहनों को हर टोल से फ्री में गुजारा गया। चौधरीवास टोल पर भी अनिश्चितकालीन टोल फ्री कार्यक्रम जारी रखा गया और पिछले 4 दिन से किसी भी वाहन का टोल नहीं लगा।
पूर्व कर्मचारी नेता सुभाष कौशिक ने कहा कि सरकार की हठधर्मी की वजह से किसानों को मजबूर होकर टोल फ्री रखने पड़े। जब तक काले कानून वापिस नहीं हो जाते, हिसार सहित पूरे प्रदेश के सभी टोल फ्री रहेंगे। चौधरीवास टोल पर कड़ी नजर रखने के लिये चौधरीवास गांव व आसपास के गांवों की टोल कमेटी का गठन किया गया जो लगातार दिन और रात बदल-बदल कर ड्यूटियां देंगे। आज टोल फ्री कार्यक्रम को किसान सभा के राज्य सचिव दयानंद पूनिया, किसान सभा भिवानी के उपप्रधान कर्ण सिंह जैनावास, मास्टर ओमप्रकाश सूरा, आजाद श्योराण, उमेद पिलानिया, कालू सिहाग, कमलजीत सिंह, सत्यवान ग्रेवाल, कुलदीप लोहचब, दलीप ढाका, सोमबीर पिलानिया, हरप्रीत सिंधु, काका सिंह, सरदार बाज सिह, श्रीचंद, किशन देवा, सुनील गावड़, नंदू गावड़, मांगेराम कालवास, डाक्टर पे्रमानंद पिलानिया, सुनील ग्रेवाल, सरदार निशान सिंह, कुलदीप सिंह, दानाराम जांगड़ा, सतपाल आदि उपस्थित रहे।
हिसार जिले से सैंकड़ों वाहनों में सवार होकर गये हजारों किसानों ने दिल्ली-जयपुर हाइवे पर शाहजाहंपुर बॉर्डर पर डेरा डाल दिया है। आज दिन भर धरना-प्रदर्शन किया गया। किसानों में केंद्र सरकार के प्रति भारी गुस्सा है। किसान सभा के जिला अध्यक्ष शमशेर सिंह नम्बरदार, सूबेसिंह बूरा, राजकुमार ठोलेदार, रमेश मिरकां, कृष्ण गावड़, सतबीर धायल सहित असंख्य किसान धरने पर बैठे। बूरा ने कहा कि तीनों काले कानून वापिस होने तक किसान आंदोलन जारी रहेगा।

Related posts

जहाजपुल स्कूल में साइकिल मेले का आयोजन

Jeewan Aadhar Editor Desk

असफलताओं से घबराएं नहीं, सबक लेकर आगे बढ़ेें : डॉ. सुमन कुमार

Jeewan Aadhar Editor Desk

कोरोना जागरूकता की पेंटिंग बनाने पर दूसरी कक्षा के कुश को निगम ने विशेष पुरस्कार के लिए चुना