हिसार

पद की गरिमा को भूल कर बदले की भावना से कार्य कर रहे डिपो महाप्रबंधक : राजपाल नैन

कहा- 18 फरवरी को डिपो महाप्रबंधक की नकारात्मकता के खिलाफ होगा प्रदर्शन

हिसार,
रोडवेज डिपो महाप्रबंधक को भी यह समझ आ गया है कि कर्मचारी नेताओं का उत्पीडऩ करने से कर्मचारियों की आवाज को दबाया नहीं जा सकता है। कर्मचारियों की मांगों व समस्याओं के समाधान का समाधान उनको हर हाल में करना ही पड़ेगा। यह बात आज हरियाणा कर्मचारी महासंघ से संबंधित रोडवेज कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान राजपाल नैन ने एक बयान जारी कर कही। बयान में उन्होंने कहा कि डिपो महाप्रबंधक स्तर पर पैदा की गई समस्याओं के समाधान के लिए कर्मचारी यूनियनों ने बहुत संघर्ष किया, लेकिन कुछ लोगों ने इस संघर्ष पर पानी फेरने का प्रयास किया वो भी जब कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान होने की कगार पर था। डिपो महाप्रबंधक ने अपनी शक्तियों का दुरूपयोग करते हुए कर्मचारी नेताओं का उत्पीडऩ करना शुरू कर दिया, लेकिन यह उत्पीडऩ भी उनके काम नहीं आया। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की आवाज नहीं दबी तो महाप्रबंधक को अपनी गलती का अहसास हुआ और उन्होंने कर्मचारियों की जायज समस्याओं के समाधान के लिए कार्यवाही शुरू की। इसके तहत महाप्रबंधक ने अपने अधीनस्थ अधिकारियों को आदेश जारी कर दिए कि यदि कर्मचारियों की एसीपी में देरी हुई तो उसके लिए संबंधित अधिकारी/कर्मचारी जिम्मेवार होंगे। महाप्रबंधक द्वारा जारी आदेश से साफ है कि आज तक कर्मचारियों के जो देय एसीपी लाभ रूके हुए थे वो सभी महाप्रबंधक द्वारा समय पर प्रमाण-पत्र जारी नहीं किए जाने के कारण रूके हुए थे।
जिला प्रधान राजपाल नैन ने कहा कि महाप्रबंधक को शायद इस बात का अहसास नहीं है कि हरियाणा कर्मचारी महासंघ की शाखाएं के प्रदेश के सभी विभागों में फैली हुई हैं। उन्होंने कहा कि 18 फरवरी को होने वाल प्रदर्शन महाप्रबंधक की नकारात्मकता को लेकर होगा। उन्होंने कहा कि 18 फरवरी के प्रदर्शन से घबरा कर महाप्रबंधक ने कुछ चापलूस लोगों के साथ मिल कर महासंघ से संबंधित यूनियन के सक्रिय कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों का नाजायज उत्पीडऩ शुरू कर दिया है और काफी कर्मचारियों के इधर-उधर नाजायज तबादलें करने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि महाप्रबंधक इस तरह के आदेश जारी करके कर्मचारियों में भय पैदा करना चाहते हैं, लेकिन कर्मचारी इस तरह के आदेशों से डरने वाले नहीं हैं और 18 फरवरी के प ्रदर्शन में बढ़चढ़ कर भागीदारी करेंगे। उन्होंने कहा कि महाप्रबंधक 18 फरवरी तक कोई और अच्छा कार्य करेेंगे तो प्रदर्शन के दिन उसके बारे में बताएंगे और अगर गलत करेंगे तो उसका भी व्याख्यान करेंगे। उन्होंने कहा कि जायज समस्याओं का समाधान करने की मांग को लेकर शांति पूर्वक धरना प्रदर्शन करना जीवंत लोकतंत्र का हिस्सा है।
कर्मचारी नेता ने महाप्रबंधक द्वारा हर रोज कार्यालय में लिपिकों की सीट बदलने पर सवाल करते हुए कहा कि कार्यालय में जिस शाखा द्वारा काम किया जाता है अगर उस पर सीट बदलने की तलावार लटकती रहेगी तो इसके कारण ना तो कामम सुचारू रूप से हो पाएगा और ना ही समस्याओं का निदान समय पर हो पाएगा। इस तरह से बदले की भावना से तबादले करके महाप्रबंधक अपने पद की गरिमा को भूलने का काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 18 फरवरी के प्रदर्शन को लेकर कर्मचारी नेताओं ने फतेहाबाद व सिरसा डिपो का दौरा करके कर्मचारियों से प्रदर्शन में बढ़चढ़ कर भाग लेने की अपील की। उन्होंने बताया कि 18 फरवरी के प्रदर्शन में भाग लेने के लिए यूनियन के राज्य प्रधान ओमप्रकाश ग्रेवाल विशेष रूप से पहुंचेंगे और कर्मचारियों को संबोधित करेंगे।

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