हिसार,
हरियाणा में लिपिक हड़ताल के चलते सरकारी कार्यालयों में काम ठप्प पड़ा है। आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार को रोजाना करीब 200 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान होने का अनुमान है। इसी बीच हरियाणा के बेरोजगार युवाओं ने हरियाणा सरकार से गुहार लगाई है कि वो लिपिक पद पर भर्ती निकाले। इसी पे स्केल पर काम करने को वो तैयार है।
हिसार निवासी संटी का कहना है कि सरकारी क्लर्कों का घर इस वेतन पर नहीं चल रहा तो वो नौकरी छोड़ दे और कामधंधा आरंभ कर दे। मेरे जैसे बहुत से युवा हैं जो वर्तमान वेतनमान पर काम करने को तैयार है। वहीं बरवाला निवासी मंजु का कहना है कि उसने सीएट का इग्जाम क्लीयर कर रखा है। अगर सरकार उसे क्लर्क पद पर ज्वानिंग देती हैं तो वो इसी वेतनमान पर जॉब करने को तैयार है।
उकलाना निवासी महेंद्र कुमार का कहना है कि सरकार को हड़ताली क्लर्कों को बाहर का रस्ता दिखाते हुए बेरोजगार युवकों को अवसर देना चाहिए। हड़ताली क्लर्कों के लिए यह वेतनमान कम है, लेकिन हम बेरोजगार युवाओं के लिए काफी हैं। हम इसी वेतनमान पर काम करने को तैयार है।
आदमपुर निवासी सुरेंद्र, पंकज, सुमन का भी कहना है कि सरकार को हड़ताली क्लर्कों की जगह बेरोजगार युवाओं को मौका देना चाहिए। इतना ही नहीं, इन लोगों का कहना है कि सरकार उन्हें नौकरी देती हैं तो हम कभी भी वेतन बढ़ोत्तरी के लिए हड़ताल पर ना जाने का शपथपत्र भी देने को तैयार है।
वहीं हड़ताल पर गए क्लर्कों की आज सरकार के साथ बैठक है। उम्मीद है आज की बात सार्थक रहे और हड़ताल समाप्त होने की घोषणा हो।
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