आदमपुर,
सीसवाल धाम में संकट मोचन महिला संकीर्तन मंडल सिरसा की सदस्यों ने शिवालय का दर्शन कर शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। मंडल अध्यक्ष सुमन मित्तल ने बताया कि उन्होंने यहां के शिवालय की काफी महिमा सुनी थी। इसके चलते मंडल के सदस्यों ने यहां आकर भाले नाथ का दर्शन करने के बारे में विचार किया। यहां आकर काफी अच्छा लग रहा है। क्योंकि यहां पर जमीन से स्वयं प्रकट हुए शिवलिंग की छटा काफी निराली है।
उन्होंने कहा कि शिवलिंग पर जलाभिषेक करके मन को शांति की प्राप्ति होती है। मंदिर परिसर का निर्माण मन को मोह रहा है। गुजरात की तर्ज पर बन रहा यह भव्य मंदिर अपनी तरफ आकर्षित करता है। उन्होंने कहा कि यहां आकर मंडल की सभी सदस्या काफी प्रसन्न है। पांडवों द्वारा स्थापित शिवालय में साक्षात शंभूनाथ विराजमान लग रहे हैं। इसके चलते यहां आने के बाद वापिस जाने का मन ही नहीं करता। अब हम हर साल सावन में यहां आयेंगे।
इससे पहले अजीत सिंह सैनी ने मंदिर कमेटी की ओर से स्वागत कर मंदिर के इतिहास की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मंदिर का इतिहास काफी विस्तृत है। बनवास काल में पांडवों ने मां कुंती की इच्छा पर यहां पर शिवालय की स्थापना की थी। इतिहासकार करीब 3500 साल पुराना सीसवाल को इतिहास मानते हैं लेकिन वास्तव में यह 5500 साल से अधिक पुराना है। क्योंकि पांडवों ने इस शिवालय की स्थापना की थी इससे साफ है कि सीसवाल धाम का इतिहास काफी पुराना है। उन्होंने बताया कि सच्चे हृदय से मांगी गई मनोकामना यहां पूर्ण होती है।
इस मौके पर संकट मोचन महिला संकीर्तन मंडल सिरसा की सदस्य रेणू, रितू, मधु, आशा, बबिता, नमिता, अपूर्वा, ममता, संजू, नीलम, ममता, ललिता, राखी, कुसुम, मधु, मन्नत आदि मौजूद रही।