आदमपुर,
फाइनेंस की किस्त बकाया गाड़ी को खरीदकर अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों को बेचकर मोटा पैसे कमाने का धंधा इन दिनों आदमपुर क्षेत्र में चल रहा है। ऐसी ही ठगी की शिकार एक महिला ने आदमपुर पुलिस को शिकायत देकर इस गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
सदलपुर निवासी कविता ने अपनी शिकायत में बताया कि मैसर्ज श्री गणेश एग्रो इण्डस्ट्रीज सदलपुर की मालिक है। उसके पास एक गाडी टाटा एसीई मेगा रजि० नम्बर एचआर-39- ई-9187 चैचिस नं०-02135 ईंजन नं०-04146 माडल 2018 थी। जोकि एचडीएफसी बैंक से फाइनेंस करवाई हुई थी। 12 मार्च 2020 को भाणा निवासी शेर सिंह बिश्नोई व चिंदड निवासी रविंद्र ने उसके पति संदीप कुमार से सम्पर्क किया और कहा कि अपकी गाड़ी के लिए बरवाला निवासी कर्णसिंह व कुलेरी निवासी छोटूराम खरीदने के इच्छुक है।
इसके चलते मेरे पति ने इन लोगों से सौदा तय कर लिया। इस दौरान कर्णसिंह ने इकरारनामा लिखकर दिया। इकरारनामा में साफ लिखा है कि एचडीएफसी बैंक की 27 लोन की किस्त कर्णसिंह भरेगा। लेकिन कर्णसिंह ने एक भी किस्त नहीं भरी। इसके चलते बैंक के कर्मचारी उसके पति पर दवाब बनाने लगे। उसके पति ने जब कर्णसिंह से सम्पर्क किया तो कर्णसिंह ने पहले तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। बार—बार फोन करने पर कर्णसिंह ने मेरे पति को धमकाते हुए इस बारे में फोन न करने की बात कही और फोन काट दिया।
इसके चलते मैं व मेरे पति पिछले काफी दिनों से मानसिक तौर से परेशान थे। कविता ने आरोप लगाया कि ये सभी लोग एक गिरोह बनाकर शरीफ लोगों से फाइनेंस की गाड़ी खरीदते है। बिना कोई किस्त भरे इसे आगे बेच देते हैं। जब इनसे अपने पैसें मांगते हैं तो जान से मार देने की धमकी देते है।
अब हमें पता चला है कि उपरोक्त गाड़ी बिहार के दानापुर कैन्ट थाना में शराब के मामले में पकड़ी गई है। यह गाड़ी 2 जनवरी 2022 से थाना में बन्द है। जबकि इसी गाड़ी का 20 मार्च 2023 को हिमाचल राज्य के बिलासपुर थाना क्षेत्र में चालान हुआ है। उस चालान की प्रतिकापी भी हमारे पास है।
कविता ने बताया कि रविन्द्र व शेर सिंह टाटा मोटर्स एजेन्सी में कर्मचारी थे और ये एक गिरोह बनाकर काम करते है। जिस किसी व्यक्ति की गाड़ी की किस्त डयू होती है, उस मालिक से गाड़ी खरीदकर आगे बेच देते है। इसके बाद गाड़ी की नम्बर प्लेट बदलकर रोड पर चलाते है।
हमें पता चला कि हमारी गाड़ी की भी बिहार में नम्बर प्लेट बदली हुई थी। यह गिरोह अवैध शराब बेचने का अंतरराज्यीय धन्धा करते है। कर्ण सिंह, रविन्द्र व छोटूराम उर्फ सुनील पर पहले से भी कई अपराधिक मामले अलग-अलग थानों में दर्ज है। कविता का आरोप है कि इन लोगों की गहराई से जांच की जाएं तो बहुत से गैरकानूनी कामों का पर्दाफाश हो सकता है।