चंडीगढ़,
हरियाणा पुलिस द्वारा अपराध की जांच में तेजी लाने के उद्देश्य से प्रदेश में स्थापित चौथी रीजनल फाॅरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) ने हिसार में कार्य करना शुरू कर दिया है। प्रदेश में तीन रीजनल लैब गुरुग्राम के भोंडसी, रोहतक के सुनारिया और पंचकुला के मोगीनंद मे पहले से ही संचालित हैं। इसके अतिरिक्त, मधुबन में मुख्य फाॅरेंसिक साइंस लैब की सुविधा है।
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि नई रीजनल एफएसएल ने 12 फरवरी, 2021 से नारकोटिक, टोक्सिकोलॉजी और सेरोलॉजी डिविजन में विभिन्न आपराधिक मामलों से संबंधित सैंपल प्राप्त करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि इस लैब पर केवल तीन जिलों हिसार, फतेहाबाद और सिरसा सहित पुलिस जिला हांसी के केसों की जांच का ही भार होगा। रीजनल लैब की स्थापना का उद्देश्य वैज्ञानिक तरीकों का उपयोग करके अधिक कुशल जांच प्रक्रिया सुनिश्चित करना है। लैब के काम करने से उपरोक्त जिलों के लोगों को जल्द न्याय मिलेगा।
मधुबन लैब पर भी बोझ होगा कम
इससे पहले, चारों जिले में होने वाले अपराधों से संबंधित सैंपलों की जांच एफएसएल मधुबन में की जाती है। वहां केस जमा करने और रिपोर्ट प्राप्त करने के लिए समय और संसाधन दोनो की खपत हो रही थी। साथ ही जांच का अधिक भार होने के कारण रिर्पोट आने में भी विलंब होता था। अब रीजनल लैब संचालित होने से पूरी जांच प्रक्रिया को तेज करते हुए जल्द से जल्द नतीजे मिलेंगे।
उल्लेखनीय है कि डीजीपी मनोज यादव की देखरेख में निदेशक एफएसएल हरियाणा, मधुबन डॉ आर.सी. मिश्रा और आईजीपी हिसार रेंज संजय कुमार के सहयोग से क्षेत्रीय एफएसएल की स्थापना की गई है।
डॉ0 अजय कुमार को रीजनल एफएसएल, हिसार का सहायक निदेशक एवं इंचार्ज नियुक्त किया गया है।