आदमपुर,
अब आदमपुर का भूगोल बदलने जा रहा है। एक सड़क ने पूरे आदमपुर को बदलने का काम कर दिया है। जी हां, दड़ौली रोड को भादरा रोड से मिलाने का काम अब जल्द आरंभ होने जा रहा है। इस मिलान के बाद दड़ौली—चूली, किशनगढ़, सदलपुर के लिए भादरा और हिसार ज्यादा दूर नहीं रह जायेंगे। इसी प्रकार मोड़ाखेड़ा, मोहब्बतपुर, बगला—बुड़ाक बेल्ट के किसानों के लिए आदमपुर की अनाज मंडी दूर नहीं रहेगी। ना अब क्रांति चौक पर जाम देखने को मिलेगा और ना ही आदमपुर के बाजारों में अतिरिक्त भीड़ देखने को मिलेगी। इस एक सड़क से चूली—दड़ौली, खारा बरवाला, किशनगढ़, सदलपुर सहित 8 गांवों के विद्यार्थियों के लिए कॉलेज, आईटीआई और पॉलिटेक्निक संस्थान काफी नजदीक आ जायेंगे।
इस सड़क को लेकर पिछले काफी समय से मांग की जा रही थी। लेकिन अब सरकार ने इस सड़क के लिए टेंडर जारी कर दिए है। करीब 2.357 किलोमीटर लम्बी इस सड़क के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग ने 149.36 लाख रुपए का टेंडर निकाला है। यह सड़क भादरा रोड पर राज होटल से पहले चावलिया कूलर फैक्ट्री से सरपंच सुभाष ज्याणी के खेत के नजदीक से दड़ौली रोड स्थित नॉर्दन स्कूल तक जायेगा। नॉर्दन स्कूल से लेकर किशनगढ़ रेलवे फाटक तक पहले ही पक्की सड़क बन चुकी है। ऐसे में इस सड़क के निर्माण हो जाने से किशनगढ़, खारा बरवाला व सदलपुर भी भादरा रोड़ से सीधे जुड़ जायेंगे।
वर्तमान समय में हिसार जाने के लिए चूली—दड़ौली बेल्ट और खारा बरवाला, किशनगढ़ व सदलपुर के लोगों को आदमपुर शहर से होकर बाईपास पर जाना पड़ता है। भादरा—दड़ौली रोड बाईपास के निर्माण के बाद इन गांवों के लोगों को आदमपुर शहर में नहीं आना पड़ेगा। वे इस रोड से सीधे हिसार के लिए निकल जायेंगे। इससे इन गांवों के लोगों का करीब 5 किलोमीटर का रस्ता कम होगा और इससे समय की भी बचत होगी।
भाजपा नेता मुनीश ऐलावादी ने बताया कि सीएम मनोहर लाल खट्टर व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के आदेशों से इस सड़क के निर्माण को हरी झंडी मिली थी। अब दिसम्बर से इस सड़क का निर्माण हो जायेगा। इस वित्तवर्ष में यह सड़क बनकर तैयार हो जायेगी। इस सड़क के निर्माण के साथ ही आदमपुर शहर को एक रिंग रोड मिल जायेगा। समाजसेवी संजय सोनी ने बताया कि करीब 25 सालों की बड़ी डिमांड को सरकार ने अब पूरा किया है। यह सड़क आदमपुर क्षेत्र के विकास में एक नई इबादत लिखने का काम करेगी। उन्होंने बताया कि चौटाला शासनकाल के समय से इस सड़क की मांग की जा रही थी। अब यह सपना पूरे होने से न केवल आदमपुर का विकास होगा बल्कि यहां पर टाइल सहित अन्य उद्योगों को भी गति मिलेगी।