आदमपुर,
सरकार द्वारा सरसों खरीद आढ़तियों के माध्यम से ना करने को लेकर प्रदेशभर के आढ़तियों में सरकार के खिलाफ रोष दिखाई दे रहा है। जिसके चलते आज आढ़तियों ने अनाज मंडी में बोली बंद करके अपना रोष जताया। आदमपुर के आढ़तियों ने कहा सरकार आढ़तियों को बर्बाद करना चाहती है। आढ़तियों के माधयम से अगर फसलों की खरीद नहीं होगी तो प्रदेशभर की मंडिया बंद हो जाएगी और आढ़ती बर्बाद होने की कगार पर पहुंच जाएगें।
अनाज मंडी के आढ़तियों ने बताया सरकार की गलत नीतियों के कारण आज व्यापारी और किसान बर्बादी की कगार पर है। किसान अपनी सरसों को बेचने के लिए मंडियों में धक्के खा रहा है। सरसों की एमएसपर 5,650 रूपए प्रति क्विंटल हैं, सरसों की सरकारी खरीद ना होने के कारण किसानों को अपनी सरसों औने-पौने दामों में बेचनी पड़ रही है। सरकार द्वारा सरसों की खरीद मंडी के आढ़तियों के माध्यम से ना करने के निर्णय से आढ़ती और किसानों में बड़ी भारी नाराजगी है।
सरकार को किसानों की हर फसल पहले की तरह मंडी के आढ़तियों के माध्यम से खरीद करनी चाहिए और सरकार को सरसों, नरमा के साथ-साथ हर अनाज खरीद पर आढ़तियों को 2.5 प्रतिशत पूरी दामी देनी चाहिए। सरकार की ओर से सरसों खरीद आढ़तियों के माध्यम से ना करने के विरोध में आज सांकेतिक हड़ताल रखी गई। सरकार व्यापार और उद्योगों को बढ़ावा देने की बजाय आढ़तियों की आढ़त खत्म करने पर तुली हुई है। सरकार ने सरसों की खरीद आढ़तियों के माध्यम से नहीं की तो व्यापारी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगा।
वहीं आज से प्रदेश भर की मंडियों में गेहूं की भी सरकारी खरीद शुरू हो गई है। आढ़तियों का कहना है उनकी तरफ से मंडियों में पुरे इंतजाम है, लेकिन मंडियों में अभी तक सरकार की तरफ से कोई इंतजाम नहीं है न तो मंडियों में अभी तक सफाई व्यवस्था पूरी है और न नहीं मंडियों में अभी तक खरीद के लिए बारदाना पंहुचा ऐसे में आज से सरकार गेहूं की सरकारी खरीद कैसे शुरू करेगी।