हिसार

आदमपुर शहर के वोटर खट्टर को सबक सिखाने के मूढ़ में, नगरपालिका को लेकर लोगों के मन में टीस

आदमपुर,
हिसार लोकसभा में आदमपुर विधानसभा ने पिछली बार पहली बार चौ.भजनलाल परिवार का साथ छोड़कर मोदी को वोट किया। 1967 के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि आदमपुर विधानसभा ने चौ.भजनलाल परिवार को वोट नहीं दिया। 2019 में यहां से भाजपा उम्मीदवार बृजेंद्र सिंह को लोगों ने मोदी के नाम पर बम्पर वोट दिए और आदमपुर के इतिहास को बदल दिया। एक बार फिर मंडी आदमपुर शहर के लोग इतिहास को बदलने के मूढ में दिखाई दे रहे हैं। इस बार वे पूर्व सीएम मनोहरलाल खट्टर से नराज दिखाई दे रहे हैं और भाजपा को सबक सिखाने की बात कर रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री के रुप में वे नरेंद्र मोदी को ही देखना चाहते हैं।

खट्टर से नराजगी का कारण
मंडी आदमपुर शहर के लोग पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर से नगरपालिका को लेकर खासे नराज हैं। लोगों का कहना है कि पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अपनी जिद्द और अहंकार के चलते लोगों की भावनाओं के खिलाफ जाकर मंडी आदमपुर व जवाहर नगर की ग्राम पंचायतों को मिलाकर नगरपालिका बना दिया। भाजपा में जानें के बाद जनभावनाओं को समझते हुए कुलदीप बिश्नाई ने कई बार मंडी आदमपुर व जवाहर नगर को पुन: ग्राम पंचायत का दर्जा देने की वकालत की। भाजपा से विधायक चुने जाने के बाद भव्य बिश्नोई ने भी विधानसभा से लेकर मनोहर दरबार में नगरपालिका को हटाने की मांग की। लेकिन पूर्व सीएम की जिद्द के आगे दोनों नेताओं की एक नहीं चली। ऐसे में अब शहर के लोग वोट के माध्यम से पूर्व सीएम के सबक सिखाने के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं। इसका सीधा खमियाजा चौ.रणजीत सिंह चौटाला को होता दिखाई दे रहा है। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश जेपी लोगों की इस दुखती नब्ज को पकड़ने का पुरजोर प्रयास कर रहे हैं।

लोगों ने दिया था धरना
नगरपालिका को हटाने की मांग को लेकर मंडी आदमपुर के लोगों ने तहसील परिसर के आगे लम्बे समय तक धरना दिया था और क्रमिक अनशन किया था। उस धरने में भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई और कांग्रेस नेता जयप्रकाश जेपी भी पहुंचे थे। उस दौरान कुलदीप बिश्नोई ने काफी प्रयास भी किए लेकिन खट्टर जिद्द के आगे उनकी दाल नहीं गल पाई। वहीं कांग्रेस नेता जयप्रकाश जेपी ने कई मंचों से ऐलान कर रखा है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही मंडी आदमपुर नगरपालिका को रद्द कर दिया जायेगा। उन्होंने ऐलान कर रखा है कि यदि वे ऐसा करवाने में सक्षम नहीं हो पाएं तो वे कांग्रेस से इस्तीफा दे देंगे। अब लोकसभा के चुनाव में जयप्रकाश जेपी एकबार फिर से इस मुद्दे को गरमाने में लगे हुए है।

नगरपालिका गले की फांस
आदमपुर शहर के लोगों का कहना है कि नगरपालिका उनके गले की फांस बन चुकी है। मेन बाजार निवासी महेंद्र सिंह व देवीलाल का कहना है कि नगरपालिका बनते ही एनडीसी के नाम पर भ्रष्टाचार का खेला आरंभ हुआ। इसमें एक कर्मचारी पर गाज भी गिरी। नगरपालिका ने गलत एजेंसी से प्रोपर्टी टैक्स बनाकर भेजे। आज भी प्रोपर्टी टैक्स को ठीक करवाने के लिए उन्हें परेशान होना पड़ रहा है। नगरपालिका कर्मचारी अब लोगों को सीएचसी सेंटरों में जाकर प्रोपर्टी आईडी ठीक करवाने का दवाब दे रहे हैं। वहीं जवाहर नगर निवासी रामचंद्र, विकास, रुपचंद का कहना है कि जवाहर नगर मंडी आदमपुर शहर के अस्तित्व से वर्षों पहले अस्तित्व में आया था। आज इसे अवैध कॉलोनी के रुप में चिन्हित किया जा रहा है। शिव कॉलोनी निवासी राजेंद्र , सुमन गर्ग, कांता शर्मा का कहना है कि शहर की बड़ी आबादी यहां वर्षों से रह रही है ​लेकिन नगरपालिका ने इसे वैध कॉलोनी के रुप में स्वीकार नहीं किया। वहीं कांग्रेस नेता प्रदीप बैनीवाल व भूपेंद्र कासनियां का कहना है कि मंडी आदमपुर और जवाहर नगर ग्राम पंचायतों को जबरन एक करके गलत रुप से नगरपालिका बनाई गई है। लोगों की भावनाओं को देखते हुए कांग्रेस सत्ता में आते ही इसे दोबारा ग्राम पंचायत का दर्जा देगी।

एनडीसी व सफाई व्यवस्था से परेशान आमजन
नगरपालिका की एनडीसी आदमपुर शहर के लोगों की परेशानी का कारण बनी हुई है। लोगों का आरोप है कि बिना पैसे की एनडीसी नहीं होती। उन्हें पंचकूला जाने को कहा जाता है। ऐसे में उनकी प्रोपर्टी की रजिस्ट्री तक रुकी हुई है। वहीं आदमपुर शहर में सफाई के नाम पर लाखों रुपए खर्च करने की बात हुई थी। लेकिन नगरपालिका के अस्तित्व में आने के बाद आज तक किसी भी गली में सफाई कर्मचारियों ने झाडू नहीं लगाई। नगरपालिका ठेकेदार ने गंदगी को उठाने के लिए गाड़ियां अवश्य लगाई जो डोर—टू—डोर जाकर गंदगी इक्ठ्ठा करने का काम करती थी। लेकिन पिछले कुछ दिनों से ये गाड़ियां भी गायब है। इससे शहर में जगह—जगह फिर से गंदगी के ढ़ेर दिखाई देने लगे हैं।

मोदी से परहेज नहीं खट्टर की खैर नहीं
मंडी आदमपुर शहर की सब्जी मंडी में सब्जी ले रहे सुभाष गोदारा, अमित शर्मा, चाननमल, अमन अग्रवाल का कहना है प्रधानमंत्री पद पर उनकी पहली पसंद नरेंद्र मोदी है। वे चाहते है कि देश की कमान तीसरी बार भी पीएम मोदी के हाथ में आए। लेकिन पूर्व सीएम ने मंडी आदमपुर और जवाहर नगर को जिद्द और अहंकार के चलते नगरपालिका बनाया था। कुलदीप बिश्नोई और भव्य बिश्नोई के प्रयास भी उनकी जिद्द के आगे धाराशाही हो गए। ऐसे में अब वोट के माध्यम से पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को सबक सिखाने का काम करेंगे। कुल मिलाकर चौ.रणजीत सिंह को अब समय रहते सीएम नायब सिंह सैनी से बातचीत करके नगरपालिका को लेकर शहर के लोगों को ठोस आश्वासन देना होगा ताकि शहर के लोग फिर से उनके पाले में आ सके।

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Jeewan Aadhar Editor Desk

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