धर्म

परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—319

एक व्यक्ति अपनी बुद्धिमानी के कारण गांव में प्रसिद्ध था। गांव के लोग उसके पास समस्याएं लेकर आते और वह व्यक्ति सही हल बताता था। जब वह वृद्ध हो गया तो एक दिन उसे ऐसा लगा कि अब उसका अंतिम समय आ गया है। उसने अपने बेटे को बुलाया और कहा कि मैं तुम्हें ज्ञान की चार बातें बताना चाहता हूं। अगर तुम ये 4 बातें ध्यान रखोगे तो जीवन में सुख बना रहेगा…

दूसरों को माफ करना वृद्ध व्यक्ति ने अपने बेटे से कहा कि घर-परिवार में कोई कुछ भी कहे, तुम कभी भी किसी की बुरी बातों पर ध्यान मत देना। कभी भी छोटी-छोटी बातों के लिए किसी से बदला लेने की भावना मत रखना। लोगों को उनकी गलतियों के लिए माफ कर देना। ये बात घर में खासतौर पर ध्यान रखना।

मदद करके भूल जाना जब भी दूसरों की मदद करो तो उसे याद मत रखना। मदद करो और भूल जाओ। किसी से मदद के बदले कुछ पाने की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। भगवान पर भरोसा करना किसी भी काम में सफलता के लिए कड़ी मेहनत करना। खुद पर और भगवान पर पूरा भरोसा रखना। भगवान तुम्हारे लिए हमेशा अच्छा ही करेंगे।

मोह न रखना हमेशा ध्यान रखना, जिसने जन्म लिया है, उसकी मृत्यु अवश्य होगी। कोई भी व्यक्ति अपने साथ कुछ लेकर नहीं जा सकता। इसीलिए किसी भी वस्तु या सुख-सुविधा का मोह मत रखना। हमेशा वैराग्य भाव जागृत रखना। जो भी व्यक्ति इन चार बातों का ध्यान रखता है, वह हमेशा सुखी रहता है।

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