आदमपुर,
जिस घर में तुलसी का पौधा लगा होता है, वह घर स्वर्ग के समान होता है। यह बात प्रणामी संत सदानंद महाराज ने वरुण गर्ग के सानिध्य में लाला लखीराम धर्मशाला में आयोजित सत्संग संध्या में कही। उन्होंने कहा कि तुलसी का पौधा उच्च स्तरीय औषधीय गुणों से भरपूर होता है। जहां तुलसी का पौधा होता है वहां किसी प्रकार का कीटाणु या वायरस नहीं पनपता। इससे उस घर में रहने वाले लोग स्वास्थ रहते हैं। निरोगी काया ही पॉजिटिव सोच को जन्म देती है। पॉजिटिव सोच से घर में सुख-समृद्धि और शांति आती है और इससे स्वर्ग का निर्माण होता है।
इस दौरान उन्होंने रुद्राक्ष, चंदन तिलक, माला पहनने, सूर्य को पानी देने और पीपल को पानी देने का लाभ भी विस्तार से बताया। होली पर्व का महत्व बताते हुए कहा कि होलिका दहन की परम्परा अनुचित है। होलिका प्रह्लाद्ध भगत की शत्रु थी। वो उसे जलाने के लिए उपलों व लकड़ी का ढ़ेर हिरणाकश्यप के भय ये लोगों ने लगाया था। आज लोग अज्ञानता से होलिका दहन करने के लिए उपले व लकड़ी लेकर जाते है और दहन के बाद राख लेकर घरों में आते हैं। होलिका दहन के स्थान पर प्रह्लाद्ध भगत के बचने की खुशियां मनाते हुए मिठाईयां खानी व बांटनी चाहिए।
सत्संग के दौरान गुरुवर ने श्रद्धालुओं से फूलों व मानसरोवर के जल से होली खेलते हुए सभी को होली की शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर विजय सदलपुरियां, अशोक सीसवालिया, राम बिलास गोयल, राजेंद्र भारती, सीए नवीन अग्रवाल, सुभाष शर्मा, राधेश्याम भाणावाले, गोपाल सिवानीवाले, मामराज मिश्रा, सरिता सचदेवा, उषा देवी सहित काफी संख्या श्रद्धालु उपस्थित थे।