बीड़ बबरान धाम में चौथे दिन भी जारी रही भागवत कथा
हिसार,
बीड़ बबरान धाम स्थित खाटू श्याम मंदिर के प्रांगण में चल रही भागवत कथा के चौथे दिन बकासुर वध, पुतना वध, माखन चोर, गोवर्धन पूजा प्रसंग के अलावा भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन किया जिसे सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। गोर्वधन पूजा के दौरान झांकी भी निकाली गई। श्रद्धालुओं को प्रवचन देते हुए कथा व्यास देविका दीक्षित ने कहा कि भगवान ने जन्म लेकर जीव को वह शिक्षा दी कि हमारे अंदर जो भी राक्षस जैसे काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार आदि नाना प्रकार के बैठे हैं, हमें भगवान में ध्यान लगाकर सब राक्षसों को समाप्त करना है। भगवान ने बुराई रूपी राक्षसों को समाप्त करके बृजवासियों को आनंदित कर दिया था। अंत में इन्द्र के कुपित होने पर भगवान श्रीकृष्ण ने मात्र 7 वर्ष 7 महीने और 7 दिन की सूक्ष्म आयु में गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी अंगुली पर उठाकर 7 दिनों तक धारण किए रखा और सभी बृजवासियों की रक्षा की। उन्होंने कहा कि कष्ट आने पर जब कभी भी जीव भगवान की शरण में जाता है तो भगवान पल भर में सभी कष्टों को हर लेते हैं। आरती के साथ आज की कथा को विराम दिया गया।
इस अवसर पर ट्रस्ट के प्रधान शिव कुमार सिंगल ने मुख्य यजमान के रुप में भागवत का पूजन किया। गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार, लुवास के कुलपति डॉ. गुरुदयाल सिंह व एचएयू के रजिस्ट्रार वी.आर.कम्बोज मुख्यातिथि थे। इस अवसर पर ट्रस्ट के महामंत्री सुरेन्द्र लाहौरिया, कोषाध्यक्ष कुलविन्द्र वर्मा, प्रमोद शर्मा, भरत सिंह, सतबीर शर्मा, आचार्य विनयानंद शास्त्री, निखिल गोयल, सिपाही सिंह, प्रेम कश्यप, राकेश मिश्रा, रामकुमार जांगड़ा आदि ने अतिथियों का पटका पहनाकर व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। ट्रस्ट के महांमत्री सुरेन्द्र लाहौरिया ने बताया कि 20 मार्च तक बीड़ बबरान धाम में दोपहर बाद 2 बजे से 6 तक श्रीमद्भागवत कथा चलेगी। कथा के अंतिम दिन 21 मार्च को सायं 7 बजे भंडारा चलाया जाएगा। रात्रि 8 बजे श्याम बाबा का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। इस अवसर पर मंडी आदमपुर से भजन गायक सुनील डाया नामदेव, फतेहाबाद से अमित मुंजाल, उकलाना से अमित सोनी व चंडीगढ़ से वैभव श्याम बाबा का गुणगान करेंगे।