आदमपुर,
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच लाॅकडाउन की अफवाहों ने कालाबाजारी करने वालों को घर बैठे सुनहरा अवसर दे दिया है। आदमपुर में पिछले एक सप्ताह से किरयाणा व पान की दुकानों पर तम्बाकू, गुटखा और बीड़ी के दामों में जोरदार उछाल देखने को मिल रहा है। किरयाणा के बड़े दुकानदार स्टाॅक करने में जुट गए है।
आदमपुर में अधिकतर दुकानदार इस समय खुदरा में बीड़ी बेचने के स्थान पर स्टाॅक करने पर ध्यान दे रहे हैं। सबसे ज्यादा मारामारी देसाई बीड़ी और तानसेन नामक जर्दे में दिखाई दे रही है। पिछले सप्ताह तानसेन जर्दा 215 रुपए का पैकेट मिल रहा था। आज इसका दाम 380 रुपए पर पहुंच चुका है। वहीं 162 रुपए में मिलने वाला देसाई बीड़ी का पैकेट 260 रुपए तक मिल रहा है। रेट में उछाल का कारण पीछे से माल की आपूर्ति में कमी नहीं है बल्कि आदमपुर में बड़े किरयाणा स्टोर मालिकों द्वारा स्टाॅक करना बताया जा रहा है।
किरयाणा की दुकान चलाने वाले शहाबुद्दीन, मोहित अग्रवाल, भूषण, गोपाल अग्रवाल ने बताया कि पिछली बार लाॅकडाउन में आदमपुर में 50 रुपए में बीड़ी का एक बंडल बिका था। अब लाॅकडाउन की आहट सुनते ही बड़े व्यापारियों ने स्टाॅक करना आरंभ कर दिया है। इसके चलते उन्होंने बिना किसी कारण के बीड़ी और तम्बाकू के दाम बढ़ा दिए हैं। प्रशासन को बड़ी दुकानों पर छापामारी करके कालाबाजारी को रोकनी चाहिए। इन दुकानदारों ने बताया कि कालाबाजारी करके बड़े दुकानदार मलाई खाते हैं जबकि छोटे दुकानदार रिटेल में जब समान बेचते हैं तो ग्राहक उनसे लड़ते हैं। ऐसे में प्रशासन और सरकार को तुरंत एक्शन लेते हुए कालाबाजरी करने वालों का माल जब्त करना चाहिए और ऐसे दुकानदारों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।