हिसार,
हिसार बार के वकीलों का धरना 77 वें दिन भी जारी रहा। वकीलों ने कहा कि कोरोना से बचाव के समुचित प्रबंधों के साथ धरना जारी रहेगा। कल हिसार में किसानों पर हुए लाठीचार्ज व किसानों को हिरासत में लेने की वकिलों ने निंदा की। कार्यकारिणी की मीटिंग में भी कुछ वकीलों द्वारा धरनारत वकीलों का समर्थन करने के बावजूद भी कार्यकारिणी में सर्वसम्मति से धरना उठाने का फैसला करना पूर्णतः गलत है, इस पर वकीलों ने बार कार्यकारिणी द्वारा धरना स्थगित करने के फैसले पर सख्त एतराज जताया। आज सैकड़ों की संख्या में वकीलों ने एकत्रित होकर इस बात पर भी ऐतराज जताया कि आनन फानन में कार्यकारिणी की मीटिंग बुलाई गई और उसमे भी बहुत से साथियों ने धरना जारी रखने का समर्थन किया। उसके बावजूद पदाधिकारियों ने स्थगन का एकतरफा फैसला कर दिया जो कि गलत है।
धरना लगाने का फैसला बार की आम सभा ने किया था। इसी तरह बार की आम सभा ही धरना वापिस लेने का निर्णय ले सकती है। बार के संविधान के मुताबिक कार्यकारिणी को आम सभा के फैसले को बदलने का कोई अधिकार नहीं है। धरने मे जे. एस. मल्ही, लाल बहादुर खोवाल, अनेन्द्र लौरा, अर्जुन सिंह राणा, गंगाराम, रामकुमार सोलंकी, प्रदीप बाजिया, अजित श्योराण, कल्याण सिंह, राजबीर पूनिया, संदीप श्योराण, मंजीत नैन, राजेश श्योकंद, विनोद कस्वां, कमला सहरावत, रामनिवास चौधरी, श्वेता शर्मा, फूल सिंह सांगवान, सोमदत्त शर्मा, प्रदीप श्योराण, सितेंद्र घनघस, रतन पानू , सुरेंद्र सहरावत, धर्मपाल सोनी, अजित सिंह ढांडा, सेठी बिश्नोई, जगदीश झाझड़िया, शीतल शीला, अनिल जलंधरा, उमेद सिंह बैनीवाल, सोमेंद्र दहिया, जगदीश पंघाल, योगेश सिहाग, दाता राम बिश्नोई, पवन बिश्नोई, सुनील चौहान, गौरव बैनीवाल, रामअवतार बेनिवाल, धर्मपाल भांभू, छोटू राम वर्मा, अमित कुमार मेहरा, संदीप बिश्नोई, अमित सैनी, मंगला राम सिहाग, जगदीप ढांडा, राजेन्द्र कुमार, नरेश हरिताश, आर एस गोदारा, विक्रम मित्तल कुलदीप देशवाल, राजिंदर सिंह संधू, अमला देवी, गुरप्रीत कौर, ललिता देवी, भूपेंद्र पानू, पवन तुन्दवाल, प्रमोद बागड़ी, ओमप्रकाश कामरा, विक्रम लितानी, सुनील पुनिया, धर्म सिंह पुनिया, नरेन्द्र सिंह, प्यारे लाल चौहान, महेंद्र सिंह, समर्थ सांगवान, बलवंत सिंह, भरत सिंह मलिक, अमरजीत बिश्नोई, सुंदर सिंह बेनीवाल, हर्षदीप सिंह गिल, छाजू राम, विनोद गोदारा, रविंदर गोरछिया, राम स्वरूप शर्मा, रामसिंह भांखड़, विवेक सैनी, सुरेन्द्र सैनी, बलविन्दर चावला, संदीप कुमार आदि वकिलों ने हिस्सा लिया।