अपनी सामजिक जिम्मेदारी को निभा रहा विश्वविद्यालय, हौंसलों से जीती हैं जंग, ये भी जीतेंगे : प्रो. टंकेश्वर
हिसार,
यहां का गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कोरोना महामारी काल में अपना सामाजिक व नैतिक दायित्व बखूबी निभा रहा है। विश्वविद्यालय ने महामारी के प्रति जागरुकता अभियान चलाया है। विश्वविद्यालय ऑक्सीजन आपूर्ति में भी अपने योगदान की संभावनाएं तलाश रहा है।
कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने बताया कि इस समय देश अत्यंत मुश्किल हालातों से गुजर रहा है। विश्वविद्यालयों को अपने सभी संसाधन राष्ट्र के सहयोग में लगा देने चाहिए। विश्वविद्यालय अपने रसायन विभाग के माध्यम से ऑक्सीजन आपूर्ति में अपने योगदान की संभानाओं पर विचार कर रहा हैै। इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय इस संबंध में सरकार को भी पत्र लिखकर यह सूचित करेगा कि विश्वविद्यालय की प्रयोगशालाएं तथा विशेषज्ञता हर समय सरकार के लिए उपलब्ध है, जब चाहे इनका प्रयोग किया जा सकता है।
प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा है कि अन्य विभागों के साथ भी इस संबंध में बातचीत की जा रही है तथा योगदान की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। वर्तमान समय में हमारी पहली प्राथमिकता जिंदगियों को बचाना होना चाहिए।
प्रो. टंकेश्वर ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों तथा राष्ट्रीय केडेट कोर के केडेट्स के माध्यम से महामारी के विरुद्ध लगातार जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। विश्वविद्यालय के स्वयंसेवकों की टीम हर समय इस महामारी के बचाव में योगदान के लिए उपलब्ध है।
विश्वविद्यालय के फैक्लटी हाऊस को लगातार कोविड सैंटर के रूप में प्रशासन द्वारा प्रयोग किया जाता रहा है। अब फिर यह प्रशासन को उपलब्ध करवा दिया गया है। विश्वविद्यालय द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध करवाए गए हैं। इसके अतिरिक्त एक ट्राली लकडिय़ां भी शमशान घाट में भेजी हैं। विश्वविद्यालय परिसर में फॉगिंग करवाई गई है। अधिकतर विभागों तथा कार्यालयों को सैनेटाइज किया जा चुका है। विश्वविद्यालय परिसर में कोविड नियंत्रण एवं सूचना कक्ष भी स्थापित किया गया है।
प्रो. टंकेश्वर कुमार ने विशेषकर विशेषज्ञ शिक्षकों से कहा है कि वे अपने रिसर्च से महामारी में अपने-अपने स्तर पर हरसंभव योगदान दें। उन्होंने कहा कि कि हौंसलों से ही जंग जीती जाती है। नागरिक हर हाल में हौंसला बनाए रखें, ये जंग भी भारत अवश्य जीतेगा।