हिसार

हिसार : किसानों ने DSP को पीटा..पुलिस ने किसानों को.. तनाव बढ़ा, IG आफिस के बाहर किसानों का धरना, जगह—जगह लगाया जाम


हिसार,
रविवार को 500 बिस्तर की क्षमता वाले अस्थायी कोविड अस्पताल का उद्घाटन करने पहुंचने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। यहां खेती कानूनों का विरोध कर रहे आंदोलनकारी किसानों ने पुलिस पर हमला कर दिया। एक DSP को भी मार-पीटकर घायल कर दिया। बड़ी मुश्किल से पुलिस ने लाठीचार्ज करके हालात पर काबू पाया। इस दौरान करीब आधा घंटा हाईवे जाम रहा।

हिसार में OP जिंदल मॉडर्न स्कूल में करीब 28 करोड़ रुपये से अस्थायी तौर पर चौधरी देवी लाल संजीवनी अस्पताल का निर्माण किया गया है। रविवार सुबह करीब 11 बजे मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अस्पताल का शुभारंभ किया और हेलिकॉप्टर से चले गए। जब रामायण टोल और सातरोड़ नहर के पास जुटे आंदोलनकारी किसानों को पता चला तो वो जिंदल स्‍कूल की तरफ बढ़े।

करीब 18 किमी की दूरी तय कर किसान समारोह स्थल पर पहुंच गए। पुलिस ने रोकने की कोशिश की। दोनों तरफ से हुई झड़प में आंदोलनकारियों ने DSP अभिमन्‍यु को भी पीट दिया। मामला गरमाता देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। लाठीचार्ज भी किया। मौके पर अभी भी भारी पुलिस बल तैनात है।

हिसार के अलावा हांसी में किसानों को रोकने के लिए दो नाके लगा रखे थे। पहला हांसी बाईपास पर दूसरा टोल प्लाजा पर था। भिवानी, बवानीखेड़ा और नारनौंद की तरफ के किसान हिसार आ रहे थे। आंदोलनकारियों ने पुलिस के नाकों को ट्रैक्टरों से तोड़ दिया। आंदोलनकारियों को उग्र होता देख पुलिस ने भी रोकने का प्रयास नहीं किया। किसानों की संख्या काफी ज्यादा थी। आंदोलनकारी हांसी से भी हिसार की तरफ कूच कर रहे हैं। दोपहर में स्थिति थोड़ी सामान्य हुई है।

इस घटना में कई पुलिसकर्मी और किसान घायल हुए। पुलिस ने कई किसानों को हिरसत ​में लिया। घटना के पता चलते ही किसान गुरनाम सिंह चढूनी और बाद में राकेश टिकैत हिसार पहुंचे। वहीं घटना के विरोध में गांव माजरा प्याउ, रामायण टोल, हिसार—दिल्ली हाईवे—9, पानीपत जी.टी. रोड व पंजाब में संगरुर—लुधियाना हाइवे को किसानों ने जाम कर दिया। शाम साढ़े पांच किसान नेताओं के नेतृत्व में किसान हिसार आईजी कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए।

किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी का आरोप है कि पुलिस ने किसानों पर प्लास्टिक की गोलियां चलाई। उन्होंने कहा कि सीएम मनोहर लाल जानबुझकर कोविड के समय में उद्घाटन करने आए। वे आनलाइन अस्पताल का उद्घाटन कर सकते थे, लेकिन वे किसानों को चिढ़ाने के लिए कोविड नियमों को धत्ता बताकर हिसार पहुंचे थे। ये नेता लोग ही कोरोना संक्रमण का फैलाव कर रहे है। किसान इन नेताओं का विरोध जारी रखेंगे।

Related posts

आदमपुर : युवक को महंगा पड़ा बुआ के घर जाना

मुख्यमंत्री ने किया सबका साथ-सबका विकास के नारे को चरितार्थ : सोनाली

Jeewan Aadhar Editor Desk

पायलट साहिल गांधी की मौत से हिसार में शोक की लहर, गुरुवार को पहुंचेगा हिसार शव

Jeewan Aadhar Editor Desk