सिरसा

डिप्टी CM की कोठी के बाहर किसानों ने तोड़े बेरिगेट, घरों पर लहराए काले झंडे

सिरसा,
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों ने बुधवार को जिलेभर में काला दिवस मनाया। हाथों में काले झंडे लेकर विरोध जताया तथा नेताओं के पुतले भी जलाए। किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस बल की तैनाती की गई है साथ ही डयूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं।

प्रदर्शनकारी किसानों ने भूमणशाह चौक पर एकत्रित होकर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने उपमुख्यमंत्री आवास की ओर जाने के लिए पुलिस कर्मियों से झड़प की। बेरिकेड्स तोड़कर अंदर घुस गए। बाद में प्रदर्शनकारियों ने नेताओं के पुतले जलाए।

सुबह किसानों ने शहीद भगत सिंह इंडोर स्टेडियम में पक्का मोर्चा पर एकत्रित होकर बुद्ध पूर्णिमा मनाई। इसके बाद किसानों ने भूमणशाह चौक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कृषिमंत्री नरेंद्र तोमर, मुख्यमंत्री मनोहर लाल व अन्य मंत्रियों के पुतले जलाए। किसान नेता लखविंद्र सिंह की अगुवाई में किसानों ने उपमुख्यमंत्री के आवास की तरफ जाने का भी प्रयास किया परंतु मौके पर मौजूद अधिकारियों व पुलिस जवानों ने उन्हें समझाकर रोका। उधर किसान संगठनों द्वारा सिरसा बाइपास रोड पर स्थित किसान चौक, गांव साहूवाला, डबवाली, पंजुआना, भावदीन टोल प्लाजा इत्यादि पर विरोध प्रदर्शन किया गया।

घरों पर भी लहराए काले झंडे
किसान संगठनों के द्वारा किए गए काला दिवस मनाने के ऐलान के चलते किसानों ने अपने घरों पर भी काले झंडे लहराए। किसान नेता प्रह्लाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि कृषि कानून रद करने की मांग को लेकर किसान छह महीनाें से आंदोलन कर रहे हैं परंतु सरकार किसानों की मांगों को अनसुना कर रही है। दिल्ली बॉर्डर पर हजारों किसान धरने पर बैठे है। केंद्र के साथ अनेक दौर की वार्ताएं हो चुकी है परंतु अभी तक सरकार टस से मस नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार कृषि कानून वापस नहीं ले लेती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।

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