दिल्ली जाने के लिये किसान नेताओं की टीमें गांवों के दौरे पर
किसानों का आंदोलन देश की रााजनीति की दिशा और दशा तय करेगा : शमशेर
हिसार,
तीन कृषि कानूनों को वापिस लेने, समर्थन मूल्य पर खरीद गारंटी कानून बनाने, गेहूं का पूरा उठान व भुगतान, खरीफ 2020 जलभराव, ओलावृष्टि, अंधड़ से बर्बाद हुई फसलों की गिरदावरी अनुसार बीमा कंपनी से पूरा मुआवजा दिलवाने, बीमा कंपनी पर धोखाधड़ी का केस दर्ज करने, नहरों में पानी छोडऩे, जल घरों और जोहड़ों में पीने का पूरा पानी दिए जाने की मांग पर किसान सभा के नेतृत्व में किसानों का धरना 46वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता कृष्ण कुमार सांवत व वजीर सिंह लांबा ने संयुक्त रूप से की व संचालन बलराज ने किया।
जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि 15 जून को हिसार जिले से हजारों किसान दिल्ली टिकरी बॉर्डर पर जाएंगे। तीनों काले कृषि कानूनों को रद्द करने व फसल खरीद की गारंटी का कानून जब तक नहीं बन जाता, किसानों का आंदोलन जरी रहेगा। दिल्ली जाने के लिये किसान नेताओं के जिला भर के गांवों में दौरे जारी रहे। जिला प्रधान शमशेर सिंह नंबरदार ने अपने सहयोगियों के साथ गांव पुट्ठी, समैन, मोहला, थुराना, पेटवाड़, सिंघवा व आसपास के कई गांवों का दौरा करते हुए दिल्ली जाने का न्यौता दिया। उन्होंने कहा कि किसानों का यह आंदोलन देश की रााजनीति की दिशा और दशा तय करेगा। उनके साथ प्रेस सचिव सूबेसिंह बूरा, हांसी तहसील के प्रधान रोहतास ढंडेरी, दलीप सिंह, सुखपाल प्रधान पुट्ठी, का. रामकुमार मोहला, सतीश पूर्व चेयरमैन पुट्ठी, हवासिंह, ओमप्रकाश, धर्मपाल सिंघवा, रामदिया पानू, का. सूरत सिंह आदि नेताओं ने भी ग्रामीणों को संबोधित किया।
प्रेस सचिव सूबेसिंह बूरा ने कहा कि तहसील बालसमंद की इकाई की बैठक प्रधान कृष्ण गावड़ की अध्यक्षता में हुई जिसमें सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि 15 जून को बड़ी संख्या में बालसमंद तहसील से किसान दिल्ली पहुंचेंगे। बैठक में बलजीत सरसाना, रघुबीर गावड़, हवासिंह यादव, रामनिवास बुड़ाक, रविन्द्र, विजयपाल, बलबीर बुड़ाक आदि ने भाग लिया। किसान सभा के धरने को सुनील पृथ्वी गोरखपुरिया, पवन कुमार, राजेन्द्र प्रसाद, भूपेन्द्र सिंह यादव, अजीत सिंह, विजय, मा. जयबीर सिंह, राजीव सिंधु, सुरेन्द्र सैनी, शकुंतला जाखड़, बारुराम मुकलान, राजीव पातड़ आदि ने संबोधित किया।