संयुक्त सचिव ने एचएयू स्थित एबिक व इंजीनियरिंग कॉलेज का दौरा कर लिया जायजा
हिसार,
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार में एबिक से जुडक़र युवा रोजगार मांगने की बजाय रोजगार देने वाले बन सकते हैं। एबिक न केवल सफल व्यवसायी बनाने में मदद करता है बल्कि तकनीकी राय एवं कौशल भी प्रदान करता है।
यह बात मशीनीकरण और प्रौद्योगिकी प्रभाग, कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की संयुक्त सचिव शोमिता विश्वास ने कही। वे एबिक केंद्र व कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय की विभिन्न परियोजनाओं की जानकारी हासिल करने के उपरांत बोल रही थी। इस दौरान उत्तरी क्षेत्र कृषि मशीनरी प्रशिक्षण एवं परीक्षण संस्थान, हिसार के निदेशक डॉ. मुकेश जैन भी मौजूद रहे। शोमिता विश्वास ने कहा कि विश्वविद्यालय में कृषि और कृषि से जुड़ी गतिविधियों में किसानों, युवा छात्रों और उद्यमियों के स्टार्टअप के लिए तकनीकी सहयोग, प्रशिक्षण व वित्तीय सहायता के लिए एग्री बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर की स्थापना करना बहुत ही सराहनीय कदम है। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा कृषि क्षेत्र में किए जा रहे अनुसंधानों व तकनीकों की भी प्रशंसा की। कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के समक्ष उन्होंने पौधारोपण भी किया और कॉलेज में चल रही आधुनिक परियोजनाओं की जानकारी ली और भविष्य में आपसी सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र से जुड़ी गतिविधियों में आधुनिक तकनीकी व प्रौद्योगिकी को अपनाकर युवा अपने कृषि व्यवसाय को बेहतर कर सकते हैं और अपनी आय में इजाफा कर सकते हैं।
किसानों को मिल रही तकनीकी सहायता : कुलपति
कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने एग्री बिजनेस इनक्यूबेशन सेंटर की जानकारी देते हुए संयुक्त सचिव को बताया कि इस सेंटर के माध्यम से किसान विश्वविद्यालय की तकनीकी सहायता लेकर कृषि क्षेत्र में सफल होने की तरफ अग्रसर हो रहे हैं। यह किसानों को सीधे तौर पर व्यवसाय से जोडऩे तथा उसके उत्पाद को उचित दाम मिलने के उद्देश्य पूरा कर रहा है। यह सेंटर उद्यमियों से मेलजोल बढ़ाकर उत्पाद प्रसंस्करण एवं उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रयासरत है। साथ ही अनुसंधान एवं विकास के लिए मंच प्रदान करने के अलावा बुनियादी सुविधाएं और तकनीकी ज्ञान प्रदान करता है। इस केंद्र का उद्देश्य कृषि प्रौद्योगिकी एवं व्यवसायीकरण और स्टार्टअप कंपनियों के बिजनेस की स्थापना के लिए मार्गदर्शन करना व कार्य की सफलता और स्थिरता के लिए परामर्श, प्रशिक्षण, व्यवसाय सलाहकार सेवाएं प्रदान करना भी है। संयुक्त सचिव ने एबिक की बेकरी यूनिट का भी दौरा किया। इस दौरान संयुक्त सचिव ने बेकरी यूनिट, कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय का दौरा किया और एबिक के स्टार्टअप से भी मुलाकात की। इससे पहले एबिक में आयोजित कार्यक्रम में कुलपति के ओएसडी डॉ. अतुल ढींगड़ा, कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. अमरजीत कालड़ा, डॉ. विजया रानी, एबिक के नोडल अधिकारी एसके गोयल, एबिक से विक्रम सिंधु, अर्पित तनेजा, मनीषा मणि सहित एबिक की पूरी टीम मौजूद रही।