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हरियाणा रोडवेज का परिचालक बन गया HCS आफिसर, जानें रतन नुईंया की कहानी—उनकी जुबानी

जिस डिपो में थे परिचालक, आज उसी डिपो में बने संस्थान प्रबंधक

सिरसा,
सिरसा डिपो में परिचालक पद पर कार्यरत रहे रतन नुईंया पूरे रोडवेड विभाग का सिर ऊंचा कर दिया। हो भी क्यों ना, रतन नुईंया अब परिचालक से साहब बन गए हैं। रतन नुईंया ने HCS की परीक्षा पास की और अब सिरसा डिपो में ही संस्थान प्रबंधक का कार्यभार संभाल लिया है। अब वे दूसरे युवा कर्मचारियों के लिए प्ररेणा स्त्रोत बन गए है।

रतन नुईंया ने MA, B.ed, PGDCA की शिक्षा ग्रहण की। बाद में उन्होंने HTET की परीक्षा पास की। इस परीक्षा के पास करने के बाद ही उन्होंने HCS की तैयारी आरंभ की। रतन नुईंया पहले रोडवेज बस में परिचालक की ड्यूटी करते और बाद में अपनी पढ़ाई को समय देते।

इस बारे में रतन नुईंया ने बताया कि घर की स्थिति और भविष्य को देखते हुए उन्होंने सदा मेहनत को एकमात्र मंत्र माना। उन्होंने कहा ​कि समय प्रबंधन काफी महत्वपूर्ण है। हम किसी भी फिल्ड में काम करे यदि समय प्रबंधन के साथ करेंगे तो मंजिल तक पहुंचने में बाधा नहीं आ सकती।सिरसा के निमला गांव निवासी रतन नुईंया बताते हैं कि उन्होंने परिचालक पद पर रहते हुए आमजन की तकलीफ को नजदीक से देखा हैं। अब अवसर मिला है वे प्राथमिकता के आधार पर बसों में आमजन होने वाली बेसिक समस्याओं का निदान करेंगे। उन्होंने बताया रोडवेज के कर्मचारियों को भी रोजाना काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। विशेषतौर पर शारीरिक श्रम इस कार्यक्षेत्र में काफी है। इसके लिए भी व्यापक स्तर कार्य किए जाने आवश्यकता है।

अपनी इस सफलता में सबसे बड़ा योगदान अपने माता—पिता और शिक्षकों का बताते हुए रतन नुईंया का बताया कि हमेशा उन्होंने प्रेरित किया है। इसके चलते आज वह परिचालक से सीधा संस्थान प्रबंधक के रूप में तैनात किए गए हैं।

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