आईजी ने मंडल के पांचों पुलिस अधीक्षकों से बैठक कर कानून व्यवस्था व अपराध नियंत्रण बारे की समीक्षा
हिसार,
हिसार रेंज के पुलिस महानिरीक्षक राकेश कुमार आर्य ने अपने कार्यालय में रेंज के पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक कर रेंज पांचो जिलों मे कानून व्यवस्था, अपराध नियंत्रण, ताजा हालात व आगामी कार्य योजनाओं बारे विस्तार से चर्चा की। उन्होने रेंज के पांचों जिलों में दो-दो रिजर्व तैयार करने के निर्देश दिये जो वीआईपी सुरक्षा के साथ-साथ हर परिस्थितियों से निपटने में सक्षम हो। रिजर्व को विशेष ट्रेनिंग के साथ-साथ जरुरी उपकरण भी दिये जायेगे।
आईजी ने कहा कि रेंज में नाजायज हथियारों व ड्रग तस्करी पर नियंत्रण के लिये गठित स्पेशल टीमों को पुन उनकी निपुणतानुसार अपराध नियंत्रण में लगाया जाएगा। कुछ समय पहले इन कर्मचारियो की तैनाती कोरोना महामारी से बचाव में की गई थी। विशेष टीमों को पूरी ताकत व योजनाबद्ध तरीके से अपने कार्य में लगाये जाने व उनके कार्यों व सफलता की अर्धमासिक समीक्षा करने के निर्देश भी उन्होंने दिए। आईजी ने कहा कि नाजायज हथियारों व ड्रग तस्करों पर प्रभावी कार्रवाही व नेटवर्क तोडऩे के उद्देश्य से साथ लगते राज्यों के पुलिस अधीक्षकों से लगातार संपर्क व सूचनाओं का आदान-प्रदान व अपराधियों की तह तक पहुंचकर कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन की आड़ में किसी के अधिकारों का अतिक्रमण करने वालों, उपद्रव फैलाने वालों, सरकारी कार्य में बाधा, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के काम में रुकावट पैदा करने व हमला करने वालों पर त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी, डाक्टर व हेल्थ कार्यकर्ताओं पर हमले की घटनाओं को गंभीरता से लें व त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं से उनकी कार्यक्षमता प्रभावित होती है, मनोबल गिरता है, वहीं असुरक्षा की भावना बढ़ती है। ऐसे असामाजिक तत्वों के साथ सहानुभूति किसी भी सुरत में बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
आईजी ने पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि झूठे मुकदमे दर्ज करवाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि झूठे मुकदमे दर्ज होने से जहा एक तरफ निर्दोष को भारी मानसिक यंत्रणा से गुजरना पड़ता है वहीं उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा भी भंग होती है। उन्होंने पुलिस अधीक्षकों को स्पष्ट कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिये बने कानूनों व एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग ना होने पाये। उन्होने झूठे मुकदमो को खारिज करने के लिये एसओपी बनाने के भी निर्देश दिये ताकि बिना किसी भेदभाव के निश्चित समय में कार्रवाई की जा सके।
आईजी ने रेंज के पांचों जिलों के पुलिस अधीक्षकों को मानव विरूद्ध अपराध व महिला विरूद्ध अपराध घटित होने पर त्वरित कार्रवाई करने व आरोपियों की गिरफ्तारी बिना किसी देरी के करने को कहा। उन्होंने सोशल मीडिया पर आपतिजनक पोस्ट डालने वालों पर नजर बनाये रखने, साइबर अपराधों पर रोकथाम के लिये साईबर सैल को प्रभावी बनाने व लोगों को जागरुक करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सडक़ दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिये पांचों जिलों के डीएसपी ट्रेफिक जमीनी स्तर पर कार्य करेंगे व मासिक कार्यों की समीक्षा पुलिस अधीक्षक करके पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय मे भेजेगे। ओवर स्पीड पर अंकुश लगाने के लिये जरूरी उपकरण जल्द मुहिया करवाए जाएंगे, सडक़ दुर्घटनाओं मे कमी लाने के लिये हर जरूरी उपकरण उपलब्ध करवाये जाएंगे। इसके लिए उन्होंने पुलिस अधीक्षकों से डिमांड भेजने को कहा।
बैठक में हिसार के डीआईजी कम पुलिस अधीक्षक बलवान सिह राणा, फतेहाबाद के पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार, जींद के पुलिस अधीक्षक वसीम अकरम, सिरसा के पुलिस अधीक्षक अर्पित जैन व हांसी की पुलिस अधीक्षक नितिका गहलोत उपस्थित रहे।