हिसार

मशरूम उत्पादन की तकनीकी जानकारी हासिल कर स्वरोजगार स्थापित कर सकते युवा : कुलपति कम्बोज

मशरूम उत्पादन तकनीक विषय पर ऑनलाइन प्रशिक्षण का समापन

हिसार,
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के सायना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षण संस्थान में मशरूम उत्पादन तकनीक पर लगातार प्रशिक्षण आयोजित किए जा रहे हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा युवक व युवतियां तकनीकी जानकारी हासिल कर स्वरोजगार स्थापित कर सकें। वे इसे व्यवसाय के रूप में अपनाकर स्वयं व परिवार को आर्थिक रूप से मजबूत कर सकते हैं।
यह बात विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर बीआर कम्बोज ने कही। उन्होंने संस्थान के वैज्ञानिकों द्वारा लगातार आयोजित किए जा रहे प्रशिक्षणों की सराहना करते हुए कहा कि देशभर से किसान, महिलाएं, बेरोजगार युवक-युवतियां यहां से प्रशिक्षण प्राप्त कर कृषि व उसके सहायक व्यावसाय के रूप में स्वरोजगार स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि प्रदेश भर से ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग विश्वविद्यालय से जुडक़र न केवल प्रशिक्षण हासिल करें बल्कि कृषि संबंधी आधुनिक तकनीकों व जानकारियों से भी अपडेट रहें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की तरफ से भी खुम्ब उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए प्रयास जारी हैं। यह ऐसा व्यवसाय है जो कम पैसे से शुरू किया जा सकता है और ज्यादा मुनाफा देता है। इसके लिए ज्यादा जमीन की जरूरत नही होती बल्कि इसे उपलब्ध कच्चे/पक्के कमरे से शुरू किया जा सकता है। विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. रामनिवास ने बताया कि संस्थान कई तरह के प्रशिक्षण जैसे मशरूम उत्पादन तकनीक, मधु मक्खी पालन, डेयरी फार्मिंग, जैविक खेती, सब्जी उत्पादन तकनीक, बागवानी इत्यादि विषयों पर ऑनलाइन प्रशिक्षण आयोजित कर रहा है।
प्रदेशभर से प्रतिभागियों ने हासिल की तकनीकी जानकारी
संस्थान के सह निदेशक (प्रशिक्षण) डॉ. अशोक कुमार गोदारा ने बताया कि तीन दिवसीय ऑनलाइन प्रशिक्षण शिविर में प्रदेशभर से 35 प्रतिभागियों ने मशरूम उत्पादन की तकनीकी जानकारियां हासिल की। प्रशिक्षण के आयोजक एवं सहायक निदेशक, डॉ. सतीश कुमार ने बताया कि खुंब एक संतुलित आहार है इसमे प्रोटीन, खनिज, लवण, अमीनो एसिड, विटामिन इत्यादि प्रचुर मात्रा में मिलते हैं। इसके इलावा इसमे कई तरह के औषधीय गुण भी मोजूद होते हैं जो कैंसर, ज्यादा रक्तचाप, मधुमेह इत्यादि जैसे रोगों से रक्षा करता है। प्रशिक्षण में संस्थान के सहायक निदेशक डॉ. सुरेन्द्र, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. डीके शर्मा, पौध रोग विभाग के सहायक वैज्ञानिक डॉ राकेश चुघ, डॉ. संदीप भाकर, डॉ. निर्मल कुमार, डॉ. मनमोहन, बाजवा मशरूम फार्म कुरुक्षेत्र से मशरूम उत्पादक अमृत बाजवा, सलेमगढ़ गांव से ओयस्टर मशरूम उत्पादक विकास ने मशरूम उत्पादन की तकनीकों, कीट बीमारियों से सुरक्षा व इसे स्थापित करने की प्रक्रिया के बारे में विस्तारपूर्वक जाकनारी दी। सभी प्रतिभागियों को ई-प्रमाण पत्र भेजे गए।

Related posts

प्रणामी स्कूल में सुभाष मंडेरना, निरंजन व सीमा ने जीता बेस्ट अवार्ड

Jeewan Aadhar Editor Desk

पुलवामा में शहीद सुरक्षाकर्मियों को मीडिया क्लब ने दी श्रद्धांजलि

Jeewan Aadhar Editor Desk

बाजरे की खरीद व रजिस्ट्रेशन को लेकर दिए दिशा निर्देश

Jeewan Aadhar Editor Desk