हिसार

दूषित पूर्वाग्रहों से आजादी ही वर्तमान में सच्ची आजादी है – पपेन्द्र ज्याणी

आदमपुर,
देश के 75वें स्वाधीनता दिवस के हर्षोल्लास में शामिल होते हुए शांति निकेतन पब्लिक स्कूल में आजादी का पर्व पूरी निष्ठा और धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर विद्यालय के प्रिंसीपल राजेन्द्र ने स्वतंत्र भारत के संदर्भ में अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि देश की आजादी उन वीर शहीदों की कुर्बानियों का फल है जो अपने घर—परिवार, पैसे और उम्र की परवाह किए बिना आजादी के इस महायज्ञ में कुर्बान हो गए। इसी कुर्बानी के जज्बे को आजादी के पर्व पर हम तहेदिल से सलाम करते हैं।

इस आयोजन में बच्चों की अनेकों सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सबका मन मोह लिया। इस दौरान संगीत अध्यापक अमित कुमार के निर्देशन में बच्चों ने ‘वन्दे मातरम’ गीत पर समूह नृत्य के साथ ही समूहगान ‘मेरे देश आबाद रहे तू’,‘रंग दे बसन्ती’ ‘चक दे इन्डिया’ की प्रस्तुति दी।छात्रा कोमल ने भी इस मौके पर अपने विचार रखते हुए स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया। इस दौरान कक्षा 1 के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, इसमें बच्चों ने अपने अपने घरों से ही देशभक्ति गीतों पर अपने नृत्य की प्रस्तुति दी और इसकी वीडियो और फोटो भेजी।

कक्षा अध्यापिकाओं मीनाक्षी, आशा और नीलम ने बच्चों को इस कार्यक्रम के लिए बच्चों को प्रोत्साहित किया। विद्यालय की अध्यापिका पूनम ने इस अवसर पर ‘ए मेरे वतन के लोगों’ गीत को अपने स्वरों में पिरोकर सबको भावविभोर कर दिया।

इस मौके पर बोलते हुए चेयरमैन पपेंन्द्र ज्याणी ने कहा कि अंग्रजों की गुलामी से मुक्ति के लिए हमारे वीर शहीदों ने अनेको कुर्बानियां दी और इसी की बदौलत हम आजाद हवा में सांस ले रहे हैं। किंतु आज हमें फिर आजादी की जरुरत है वह भी किसी विदेशी से नहीं बल्कि अपने ही भीतर पल रहे दूषित पूर्वाग्रहों से, भ्रष्टाचार से, लालच से और आतंकवाद से। यदि हम समय रहते नहीं चेते तो वो दिन दूर नहीं जब हम मानसिक गुलामी झेल रहे होंगे और हमारे दिलो दिमाग पर विदेशियों का राज होगा।

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