हरिद्वार,
कुंभ मेले के दौरान कोरोना जांच में किए गए फर्जीवाड़े की जांच कर रही SIT की याचिका को हरिद्वार CJM कोर्ट ने मंजूर कर लिया है। SIT ने 3 सितंबर को कोर्ट में उन लैब की प्रॉपर्टी जब्त करने की याचिका दायर की थी, जो इस घोटाले में शामिल रही हैं। इन लैब के संचालक न तो SIT के आगे पेश हो रहे हैं और न ही कोई जवाब दे रहे हैं।
कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए हिसार की नलवा लैब के संचालक डॉ. नवतेज नलवा, मैक्स कोरपोरेट, चंदानी लैब के संचालकों की संपत्ति जब्त करने के आदेश दिए। जांच अधिकारी अमरजीत सिंह ने बताया कि कोर्ट से अनुमति मिल गई है। अब उनकी टीम हिसार, चंडीगढ़, दिल्ली स्थित इन लैब को नोटिस जारी करते हुए संपत्ति की कुर्की करेगी।
बता दें, हरिद्वार में आयोजित कुंभ समागम के लिए सरकार की तरफ से मेले में आने वालों की कोरोना जांच करने का टेंडर इन लैब को दिया गया था। लैब संचालकों ने टेस्ट करने की बजाय लाखों लोगों की फर्जी कोरोना रिपोर्ट तैयार करके सरकार से पैसा ले लिया था। कुंभ मेले के लिए सरकार दावा करती रही कि यहां पर कोई संक्रमण नहीं फैला है, लेकिन समागम में आने वाले सैंकड़ों साधू कोरोना की चपेट में आ गए थे। इस मामले से सरकार की इंटरनेशनल लेवल पर फजीहत हुई थी।
पंजाब के रहने वाले एक व्यक्ति ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च को शिकायत भेजी कि उसके मोबाइल फोन पर कोरोना टेस्ट होने का मैसेज आया, जबकि वह कुंभ मेले में गया ही नहीं था। ICMR ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए उत्तराखंड सरकार को इसकी जानकारी दी। इसके बाद स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने मामले की प्रारंभिक जांच कराई और तीनों लैब का फर्जी टेस्ट करने का बड़ा खेल उजागर हो गया। हरिद्वार में 1 मकान नंबर पर ही 700 कोरोना टेस्ट दिखाए गए हैं तो 1 मोबाइल नंबर पर 50 लोगों के टेस्ट दिखाए गए हैं।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कोरोना टेस्ट के लिए नकली फोन नंबरों का इस्तेमाल किया गया। करीब 1 लाख से अधिक कोरोना रिपोर्ट में गड़बड़ी की आशंका जाहिर की गई है। कोरोना जांच में फर्जीवाड़े में हरिद्वार के सीएमओ ने मैक्स कोरपोरेट, चंदानी लैब, नलवा पैथोलॉजी के खिलाफ 420, 468, 471, 188, 120बी, 269, 270 और आपदा अधिनियम एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया हुआ है। इसी फर्जीवाड़े में ईडी की टीम ने गत 8 अगस्त को हिसार की नलवा लैब में छापामारी करके काफी मात्रा में सामान जब्त किया था।