इस जग में दो प्यारे नाम, एक योगेश्वर कृष्ण दूसरे मर्यादा पुरुषोत्तम राम : योगार्थी
हिसार,
यज्ञ-हवन विश्व कल्याण की ओर से दयानंद ब्रह्मा महाविद्यालय के प्रांगण में हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संस्था के हर घर यज्ञ-हवन अभियान के तहत संस्था के मार्गदर्शक संस्कृत विद्वान आचार्य सत्यकाम के सानिध्य में आयोजित इस यज्ञ-हवन में उनकी धर्मपत्नी की पुण्यतिथि के अवसर पर उनके पूरे परिवार ने यजमान के रूप में उपस्थित हो कर वैदिक मंत्रोच्चारण करते हुए पर्यावरण शुद्धि, स्वास्थ्य एवं आत्म-कल्याण के लिए आहुतियां प्रदान की।
यज्ञ के ब्रह्मा दयानंद ब्रह्म महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रमोद योगार्थी व विद्यालय के ब्रह्मचारियों ने यज्ञ के उपरांत इस जग में दो प्यारे नाम , एक योगेश्वर कृष्ण दूसरे मर्यादा पुरुषोत्तम राम, जैसे भजनों द्वारा उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। यज्ञ-हवन विश्व कल्याण के संरक्षक डीएन कालेज के पूर्व प्राध्यापक प्रो. हरीश जुनेजा ने अपने संबोधन में कहा कि किसी भी देवी-देवता के चित्र के साथ उनके चरित्र को समझ कर उन जैसा आचरण करना व श्री राम एवं श्री कृष्ण द्वारा अपनाए गए वैदिक यज्ञ-हवन को अपनी दिनचर्या में अपनाना सच्ची पूजा है और इसी में स्वयं के साथ साथ पूरे विश्व का हित समाया है।
संस्था के संरक्षक वैदिक संस्कृति केंद्र के अध्यक्ष देवेन्द्र उप्पल ने यज्ञ-हवन में बोले जाने वाले वेद मंत्रों की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि इन मंत्रों में मन की शांति सहित चारों ओर खुशहाली प्रदान करने की क्षमता होती है। संस्था के संयोजक व सजग के प्रदेशाध्यक्ष सत्यपाल अग्रवाल ने मंच का संचालन किया। उन्होंने यज्ञ-हवन करने की प्राचीन एवं बहुउपयोगी परंपरा को पुन: स्थापित करने के लिए घरों, संस्थानों सहित कहीं भी यज्ञ-हवन करवाने के लिए संस्था द्वारा की गई निशुल्क व्यवस्था के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाते हुए कहा यज्ञ-हवन विश्व का सर्वश्रेष्ठ कार्य माना गया है और इसके करने से परमात्मा की कृपा बरसती है।
इस अवसर पर सत्यप्रकाश आर्य, अनिता जैन, सुशील राजपाल, डॉ. अशोक गर्ग, विनोद बंसल, जितेन्द्र ऐरन, अभिनव ऐरन, रामपाल चौहान, राजेश मोर, जयभगवान बंसल, वंदना बंसल, अशोक बंसल, ओजस्वी, सुवर्चा जैन, नवीन जैन, सात्विक व राहुल सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित थे।