मुख्यालय के आदेशों व सहमति के बावजूद अनेक मांगे व समस्याएं ज्यों की त्यों
रोडवेज में जूनियर अधिकारियों की नियुक्ति से बाधित हो रहे विभागीय काम
हिसार,
हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ ने आरोप लगाया है कि विभाग के अधिकतर डिपुओं में कर्मचारियों के एसीपी स्केल व वेतन वृद्धि के मामले लंबित है और संबंधित डिपुओं में अधिकारी इन मामलों को बेवजह लटकाए हुए है। इसी तरह वर्ष 2016 के कर्मचारियों को पक्का करने, लिपिक स्टाफ की पदोन्नति, वर्ष 1992 से 2002 के बीच लगे कर्मचारियों को नियुक्ति तिथि से पक्का करने सहित अन्य मांगे भी लंबे समय से लंबित है वहीं अधिकतर डिपुओं में जूनियर अधिकारी लगा रखे हैं, जिससे विभागीय कार्य सही ढंग से नहीं हो पा रहे हैं। इन तमाम मसलों पर विचार-विमर्श करने व आंदोलन की रूपरेखा तय करने के लिए संगठन ने 6 नवम्बर को जींद में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है।
हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ के राज्य प्रधान दलबीर किरमारा ने कहा कि हरियाणा रोडवेज प्रदेश का सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला विभाग है लेकिन सरकार व विभागीय अधिकारियों की गलत नीतियों के चलते इसे गर्त में धकेला जा रहा है। उन्होंने कहा कि विभाग में जारी भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों पर लगाम लगाने और ऐसे लोगों पर कार्यवाही करने की बजाय कर्मचारियों के वेतन, भत्ते, वेतन वृद्धि, एसीपी व अन्य लाभ रोक कर उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में लगे कर्मचारियों को पक्का करने, एसीपी स्केल लगाने, 1992 से 2002 के दौरान लगे कर्मचारियों को नियुक्ति तिथि से पक्का करने, लिपिक स्टाफ की पदोन्नति सहित अनेक ऐसे मामले हैं, जो लंबे समय से उठाए जा रहे हैं लेकिन सहमति के बावजूद इनका हल नहीं निकाला जा रहा। इसका सबसे बड़ा कारण यही है कि अधिकतर डिपुओं में जूनियर अधिकारी होने के कारण वे अपने अधीनस्थों से कार्य करवाने में सक्षम नजर नहीं आ रहे। इसी तरह चालकों-परिचालकों का दो साल का टीए भी बकाया है लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं लिया जा रहा।
दलबीर किरमारा ने कहा कि हरियाणा रोडवेज के अधिकतर डिपुओं में जूनियर अधिकारियों की नियुक्ति की हुई है, जिससे विभागीय कार्य सही गति नहीं पकड़ रहा है। मुख्यालय को चाहिए कि वह डिपुओं में सीनियर अधिकारियों की नियुक्ति करें। उन्होंने कहा कि सीनियर-जूनियर कर्मचारियों की नियुक्ति की मांग करने वाली यूनियनों को भी चाहिए कि वह हर डिपो में सीनियर अधिकारी की नियुक्ति की मांग का समर्थन करें क्योंकि सुधार करना है तो अधिकारी स्तर से किया जाना चाहिए, छोटे स्तर पर अपने आप हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हिसार सहित अधिकतर डिपुओं में आईटीआई के अप्रिंटिस प्रशिक्षुओं का मानदेय भी दो से चार माह का बकाया है, वह भी समय पर जारी किया जाए ताकि इन प्रशिक्षुओं को आर्थिक सहायता मिल सके। रोडवेज नेता ने कहा कि इन तमाम मुद्दों पर विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के खिलाफ 6 नवम्बर को जींद में हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होगी। बैठक में इन मसलों पर आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी।