हिसार,
जिस घर में गृहणी पहली रोटी गाय माता के लिए बनाती है और उसे गौमाता को श्रद्धा के साथ खिलाती है तो उस घर में सुख-समृद्धि हमेशा बनी रहती है व गौमाता के पांव से उड़ी धुली को मस्तक पर लगाने से हमारी बुद्धि तीव्र होती है। इसलिए हमें निस्वार्थ भावना से पूरी श्रद्धा से गौमाता की सेवा करनी चाहिए।
यह बात प्रभु भक्त गौ सेवक राजेंद्र गाविडय़ा ने निकटवर्ती गांव तलवंडी में स्थित श्री सालिग राम गौधाम गौशाला में आयोजित गोपाष्टमी पर आयोजित भजन संध्या में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कही। भजन संध्या से पूर्व गौशाला प्रधान मोहित गुप्ता, राजेंद्र गावडिय़ा व सभी पदाधिकारियों ने गौशाला की परिक्रमा की। गौभक्त राजेंद्र गावडिय़ा ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें गाय माता का पूजन करने का अवसर मिला। गाय माता का दुग्ध अमृत तुल्य होता है। दूध से निर्मित घी मक्खन में गुणों का खजाना होता है। इसके अलावा भजन मंडली ने गौमाता के प्रति सुंदर भजनों के माध्यम से सभी को मंत्रमुग्ध किया। तलवंडी गौशाला समिति ने राजेंद्र गावडिय़ा के अलावा उमा मनोहर गौ चिकित्सालय, समस्त अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन मिंगनी खेड़ा गौशाला, हरियाणा कुरुक्षेत्र गौशाला के पदाधिकारियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर मोहित गुप्ता के अलावा लाला देव राज, बजरंग जिंदल, अश्विन गर्ग, राजेश बंसल, शिव कुमार गोयल, सुरेंद्र गर्ग, ओमप्रकाश कोहली, महासचिव दिनेश गुप्ता, डीएन सिंगला, मनोज अग्रवाल, संजय डालमिया, प्रदीप सर्राफ आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।