हिसार

धरने पर आंगनवाड़ी नेता बोली, झूठी वाहवाही बटोर रही सरकार

आंदोलन के 43वें दिन आंगनवाड़ी महिलाओं ने जुटाया समर्थन

धरना देकर गरजी आंगनवाड़ी वर्कर एवं हेल्पर, पांच महिलाएं रही क्रमिक अनशन पर

हिसार,
आंगनवाड़ी केन्द्रों को निजी एनजीओ के अधीन करने के विरोध में तथा वर्ष 2018 में हुआ समझौता लागू करवाने की मांग पर आंगनवाड़ी वर्कर एवं हेल्पर यूनियन ने आंदोलन के 43वें दिन अनेक संगठनों व नेताओं का समर्थन जुटाया। इन संगठनों के साथ आने से आंगनवाड़ी महिलाओं के हौंसले बुलंद है। धरने के 43वें दिन की अध्यक्षता जिला प्रधान बिमला राठी ने की जबकि कमलेश बूरा व पूनम बालावास ने संचालन किया।
लघु सचिवालय के समक्ष चल रहे आंगनवाड़ी वर्कर एवं हेल्पर यूनियन के धरने की अध्यक्षता जिला प्रधान बिमला राठी ने की। इस दौरान सुमन डोभी, कौशल्या सातरोड़, सुनीता, सरोज सरसाना व बीरमति क्रमिक अनशन पर बैठी। आंगनवाड़ी महिलाओं ने सरकार, विभागीय मंत्री एवं अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जिला प्रधान बिमला राठी ने कहा कि अपने को हर वर्ग की हितैषी बताने वाली सरकार आज हर वर्ग की विरोधी साबित हो रही है। देश का किसान पिछले लंबे समय से आंदोलन कर रहा है, जिसकी सुनवाई करने की बजाय उसे प्रताडि़त व अपमानित किया जा रहा है। किसानों को बिजाई के लिए खाद नहीं मिल रही है और उसे इसके लिए धक्के खाने पड़ रहे हैं। प्रदेश का कर्मचारी, मजदूर व आंगनवाड़ी महिलाएं भी आंदोलन को मजबूर है लेकिन सरकार अपने को हर वर्ग की हितैषी बताकर अपने मुंह मियां मिट्ठू बन रही है। सरकार को धरातल पर सच्चाई देखनी चाहिए।
किसान सभा के जिला प्रधान शमशेर नंबरदार एवं प्रेस सचिव सूबेसिंह बूरा ने आंगनवाड़ी महिलाओं के आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि आज हर वर्ग सरकार के खिलाफ आंदोलन को मजबूर है। सरकार को चाहिए कि वह समय रहते आंगनवाड़ी महिलाओं सहित हर आंदोलनरत वर्ग से बातचीत उनकी समस्याएं दूर करें।
किसान नेता दिलबाग सिंह हुड्डा ने कहा कि आंगनवाड़ी महिलाएं लंबे समय से आंदोलन करके सडक़ों पर बैठने को मजबूर है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार के लिए इससे बड़ी शर्म की बात क्या हो सकती है कि बेटियां व महिलाएं सडक़ों पर बैठकर सरकार को कोस रही है।
धरने को उपरोक्त के अलावा देवेन्द्र लौरा, एडवोकेट रघुबीर सिंह, सत्यवीर पूनिया, सतबीर बलोदा, दिलबाग गिल, विजय जागलान, जयपाल सिंधु, राजपाल सिंह, हवासिंह हिंदवान सहित अनेक नेताओं ने संबोधित किया। धरने पर जिलेभर के विभिन्न गांवों से सैंकड़ों आंगनवाड़ी महिलाएं पहुंची और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करके रोष जताया।

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