गुरुद्वारा गोबिंदगढ़ बीड़ बबरान में शब्द कीर्तन आयोजित
हिसार,
हमें जात-पात से ऊपर उठकर हर जीव से प्रेम करना चाहिए व मिल कर प्रेम से भलाई के कार्यों में ध्यान देना चाहिए जिससे सारी श्रृष्टि के रचेता को प्रसन्नता होगी। इसके साथ ही हमें सदैव भलाई के कार्यों में अग्रसर होना चाहिए।
यह बात निकटवर्ती गांव बीड़ बबरान में प्रबंधक कमेटी गुरुद्वारा गोबिंदगढ़ बीड़ बबरान द्वारा श्री गोविंदगढ़ गुरुद्वारा साहिब में संक्रांति के दिन आयोजित शब्द कीर्तन में उपस्थित संगतों के बीच देसराज सिंह हैड ग्रंथी ने व्यक्त किए। शब्द कीर्तन से पूर्व हैड ग्रंथी ने प्रबंधक कमेटी के प्रधान कर्मजीत सिंह, देवेंद्र सिंह सचिव व उपस्थित संगतों के बीच सरबत की भलाई के लिए अरदास की। ग्रंथी देसराज सिंह ने उपस्थित संगतों को गुरु गं्रथ साहिब में वर्णित गुरुबाणी से जोड़ते हुए कहा कि गुरु साहिबान हमें आपसी प्रेम-प्यार बनाए रखने की प्रेरणा देते हैं। इसके अलावा अपनी नेक कमाई का कुछ हिस्सा हमेंं नेक कार्यों में लगाना चाहिए। हमें नित्यप्रति गुरु साहिबान के बताए मार्ग पर चलना चाहिए। शब्द कीर्तन के उपरांत सरबत की भलाई की अरदास के साथ डेंगू बीमारी के दूर होने की भी अरदास की गई तथा उपस्थित संगतों में लंगर बरताया गया।
इस अवसर पर कुलवंत कौर, सुखवंत कौर, बीबी अजित कौर, बीबी प्यार कौर, बीबी वन्त कौर, मलकीत सिंह, स्वर्ण सिंह, प्यारा सिंह, बलबीर सिंह भुल्लर, महेंद्र सिंह, वीर सिंह, बीर सिंह, जुगराज सिंह के अलावा गुरुघर से जुड़े सेवादारों ने अपनी सेवाएं दी।