पौधारोपण के साथ नाढ़ोड़ी में जांभाणी हरिकथा ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ
पर्यावरण प्रेमी पृथ्वी सिंह गिला ने दिया जांभाणी साहित्य परीक्षा का ब्यौरा
फतेहाबाद/हिसार,
बिश्नोई समाज की प्रसिद्ध कथावाचिका डा. मधु बिश्नोई ने कहा है कि मनुष्य जन्म अनमोल है और हमें इस जन्म को सद्कार्यों में लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि धर्म ही मनुष्य के काम आता है और बाकी सारी सांसारिक वस्तुएं अस्थाई है।
डा. मधु बिश्नोई आज नाढ़ोड़ी गांव में जांभाणी हरिकथा ज्ञान यज्ञ के प्रथम दिन श्रद्धालुओं को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि मनुष्य जन्म अनमोल है, इस जीवन को वैसे ही बर्बाद नहीं करना चाहिए और इसे भगवान के भजन में लगाकर इसका सदुपयोग करना चाहिए। कथा के शुभारंभ से पूर्व डा. मधु बिश्नोई ने गांव की श्री कृष्ण गौशाला में पौधारोपण किया और बाद में कथा की शुरूआत की। पर्यावरण प्रेमी रिटायर्ड जेडएमईओ पृथ्वी सिंह गिला पौधे लेकर पहुंचे और आए हुए श्रद्धालुओं को पौधारोपण के लिए प्रेरित किया। गांव में शुरू हुई यह कथा 16 दिसम्बर तक चलेगी। डॉ. मधु बिश्नोई ने श्री कृष्ण गौशाला मे पहले पौधा लगाया व रामसिंह गोदारा के घर पर भी पौधा लगाया।
इस अवसर पर पर्यावरण प्रेमी पृथ्वीसिंह गिला ने जांभाणी साहित्य संस्कार परीक्षा का ब्यौरा दिया और बताया कि परीक्षा में पहले तीन स्थान प्राप्त करने वाले परीक्षार्थियों को जम्भसागर उपहार में दिया जाएगा। श्री कृष्ण गौशाला समिति ने स्मृति चिन्ह के तौर पर जम्भसागर देने के निर्णय की सभी लोगों ने प्रशंसा की। जम्भसागर की एक प्रति आज उन्होंने डॉ. मधु बिश्नोई को भी उपहार में दी। जांभाणी हरिकथा ज्ञान यज्ञ में पृथ्वी सिंह गिला के डिजाइन किए हुए बैनर की श्री कृष्ण गौशाला समिति के सदस्यों ने प्रशंसा की व उनका धन्यवाद भी किया। कार्यक्रम की कड़ी में 11 दिसंबर को डॉ. मधु बिश्नोई का रात्रि जागरण नाढ़ोड़ी निवासी फकीर चंद गोदारा के घर होगा।