रोहतक: सोनीपत की महिला से रोहतक में रेप और दरिंदगी से हत्या मामले ने रोंगटे खड़े कर दिए हैं। इससे पहले 2015 में रोहतक में एक नेपाली युवती से इसी तरह से दरिंदगी हुई थी। उसके साथ गैंगरेप किया गया और फिर नृशंस हत्या कर दी गई। इस मामले में 7 दोषियों को फांसी की सजा भी सुनाई जा चुकी है।
1 फरवरी 2015 में रोहतक में रहने वाली एक मंदबुद्धि नेपाली युवती अचानक ही लापता हो गई थी। इसके बाद परिजनों ने पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की रिपार्ट दर्ज कराई। दरअसल, इस युवती को उसकी बड़ी बहन दो माह पहले ही पीजीआई में इलाज कराने के लिए लाई थी। 4 फरवरी को उसका शव बहुअकबरपुर गांव के पास मिला। 6 फरवरी को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अहम खुलासा हुआ। नेपाली युवती से न सिर्फ रेप किया गया था, बल्कि ने दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी गई थी। उसके प्राइवेट पार्ट में कांच के टुकड़े, सीमेंट और लोहे की रॉड तक मिली थी। रोहतक पुलिस ने जल्द ही इस मामले का खुलासा कर दिया था। पुलिस ने 8 आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन 9वें आरोपियों ने गिरफ्तार होने से पहले ही दिल्ली में स्यूसाइड कर ली थी। आरोपियों में एक नाबालिग नेपाली युवक भी शामिल था।
कोर्ट ने माना था रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस
नेपाली युवती से गैंगरेप व हत्या के 7 आरोपियों को रोहतक कोर्ट ने 18 दिसंबर 2015 को दोषी करार दिया था। पीड़ित पक्ष के वकील ने रेयरेस्ट ऑफ रेयर केस मानकर फांसी की मांग की थी, जबकि दोषियों के वकील का पक्ष था कि इन्हें अलग-अलग धाराओं में सजा दी जाए। सभी सातों दोषी एक ही गांव गद्दी खेड़ी के रहने वाले थे। फिर कोर्ट ने 21 दिसंबर को 7 दोषियों को फांसी की सजा सुना दी। रोहतक कोर्ट ने साढ़े 10 माह में ही केस में सुनवाई पूरी कर दी। 15 अक्टूबर से गवाही का दौर शुरू हुआ था। अक्टूबर माह में गवाही के लिए 9 दिन निर्धारित किए गए थे। इस दौरान कुल 57 लोगों की गवाही हुई। आरोपी पक्ष की ओर से भी तीन गवाह पेश किए गए थे। जिन दोषियों को सजा सुनाई गई उनमें पदम, मनवीर, राजेश, पवन, सरवर, सुनील, मांडा शामिल था। एक नाबालिग युवक नेपाली मूल का है जिसे हिसार बाल सुधार गृह में रखा गया है।