हिसार,
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने उद्यम प्रोत्साहन नीति के तहत ईज ऑफ डुइंग बिजनेस के लिए किए गए प्रावधानों की समीक्षा के लिए जिले में स्थापित विभिन्न औद्योगिक इकाईयों का दौरा किया। उन्होंने उद्यमियों से विस्तारपूर्वक बातचीत की और उनसे उद्यम प्रोत्साहन नीति के प्रावधानों को लेकर प्रतिक्रियाएं ली।
इस दौरान राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रावधानों पर संतुष्टिï व्यक्त करते हुए उद्यमियों द्वारा अपने यहां संचालित की गई गतिविधियों की जानकारी भी दी। जिंदल पॉलीबटनस प्राइवेट लिमिटेड के संचालकों ने बताया कि उनके यहां वर्ष 1992 से विभिन्न प्रकार केे बटन तथा गारमेंट से संबंधित अन्य सामान तैयार किया जाता है। यह कंपनी अपने क्षेत्र की अग्रणी उत्पादक कंपनी है, जिसके 75 प्रतिशत उत्पाद बांग्लादेश, हांगकांग, श्रीलंका, वियतनाम, कोरिया, इंडोनेशिया, यूएसए, जर्मनी तथा यूथोपिया जैसे देशों में एक्सपोर्ट होते हैं।
इसके उपरांत उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने एचपी कॉटन टैक्सटाईल मील का दौरा किया और वहां चल रही गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। समूह के प्रतिनिधियों ने उपायुक्त को अवगत करवाया कि वर्ष 1983-84 से संचालित इस मील में 1600 श्रमिक तथा 150 अन्य स्टाफ सदस्य कार्यरत है, जिनमें से 800 महिलाएं हैं। मील में तैयार टैक्सटाईल से संबंधित उत्पादों को यूएसए, रूस, ब्राजील, यूके, फ्रांस, ऑस्टे्रलिया, जर्मनी सहित लगभग 40 देशों में एक्सपोर्ट कियाजाता है। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री में जीरो लिक्विड डिस्चार्ज सिस्टम स्थापित किया गया है, जिसके माध्यम से 100 प्रतिशत वेस्ट वाटर को दोबारा से इस्तेमाल लायक बनाया जाता है।
उपायुक्त ने औद्योगिक समूहों के प्रतिनिधियों से आह्ïवान किया कि वे कार्पोरेट सोशल रिस्पोंसिब्लिटी के तहत सामाजिक कार्यों में भी अपना हरसंभव योगदान दें। यदि उन्हें किसी प्रकार की कोई भी परेशानी होती है तो वे तुरंत जिला उद्योग विभाग को उसके बारे में अवगत करवाएं। इस अवसर पर जिला उद्योग विभाग के संयुक्त निदेशक ईश्वर सिंह यादव व संदीप रोहिल्ला सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।