हिसार

दलित महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए वर्किंग ग्रुप का किया गठन

ऑल इंडिया दलित महिला अधिकार मंच (एडमम) ने किया एक दिवसीय अधिवक्ता सम्मेलन का आयोजन

हिसार,
ऑल इंडिया दलित महिला अधिकार मंच (एडमम) की ओर से एक दिवसीय दलित अधिवक्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता हिसार के सीआर लॉ कॉलेज के सहायक प्रोफेसर डॉ. कृष्ण कुमार काजल ने की। सम्मेलन में रिटायर्ड लोक अभियोजक, जिला न्यायालय, हिसार किशोर दहिया मुख्य अतिथि थे।
सम्मेलन में हरियाणा के आठ जिलों से लगभग 28 दलित महिला व पुरूष अधिवक्ताओं ने भागीदारी की। इस सम्मेलन के आयोजन का मुख्य उद्देश्य दलित महिलाओं पर होने वाले जातिगत व यौनिक हिंसा व भेदभाव के मामलों में दलित महिलाओं को न्याय दिलाने की कड़ी में दलित अधिवक्ताओं की प्रभावी भूमिका पर चर्चा कर अभियोजन कौशल को बढ़ाना था। सम्मेलन में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) संशोधित अधिनियम 2015 व नियम 2016 में महत्वपूर्ण प्रावधान पर प्रकाश डाला व उक्त अधिनियम के लागूकरण में आने वाली बाधाओं व दलित महिलाओं को न्याय दिलाने में आने वाली चुनौतियों पर मंथन करते हुए उन चुनौतियों व बाधाओं के समाधान पर बात की। हरियाणा में दलित महिलाओं व बालिकाओं पर बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए अन्य संवैधानिक संरक्षण, भारतीय दंड संहिता तथा पोकसो एक्ट पर भी विस्तार से अधिवक्ताओं के साथ चर्चा की गई।
इसके पश्चात दलित महिलाओं पर होने वाली हर प्रकार की हिंसा रोकने व अत्याचार अधिनियम की प्रभावी क्रियांविति के लिए एक राज्य स्तरीय राज्य स्तरीय वर्किंग ग्रुप तैयार करने की रणनीति बनाई गई। इस वर्किंग ग्रुप में 10 अधिवक्ताओं ने स्वेच्छा से अपना नाम दिया। इसके लिए अधिनियम के अंतर्गत दलित महिलाओं के लिए उपलब्ध राहत, सुरक्षा व न्याय प्रावधानों का लाभ पहुंचना ही इस सम्मेलन का उद्देश्य है।
इस कार्यक्रम में उपासना देवी राज्य समन्वयक, मंजू जिला समन्वयक हिसार, उषा देवी जिला समन्वयक सोनीपत, पिंकी जिला समन्वयक करनाल से उपस्थित रहे। कार्यक्रम में राष्ट्रीय दलित न्याय आंदोलन से एडवोकेट बलवंत सिंह, हिसार ने अपने अनुभव रखे और प्रतिभागियों पोक्सो एक्ट पर प्रकाश डाला। इसके साथ ही ऑल इंडिया दलित महिला अधिकार मंच की महासचिव अबिरामी जोतिस्वरण, राष्ट्रीय कार्यक्रम अधिकारी ग्रिजेश दिनकर तथा राष्ट्रीय डाक्यूमेन्टैशन अधिकारी कणिका बेरा ने नई दिल्ली से शिरकत की।

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