चिंदड़ की श्री वील्हेश्वर गौशाला में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ
हिसार से पौधा लेकर कथा स्थल पर पहुंचे रिटायर्ड जेडएमईओ पृथ्वी सिंह गिला, करवाया पौधारोपण
फतेहाबाद,
बिश्नोई समाज की सुप्रसिद्ध कथा वाचिका डा. मधु बिश्नोई ने कहा है कि मनुष्य को भगवान श्री कृष्ण के बताए गए कर्म के महत्व को समझते हुए कर्म करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि कर्म का फल अवश्य मिलता है, चाहे वह अच्छा हो या बुरा, इसलिए हमें सदैव अच्छे कर्म ही करने चाहिए।
डा. मधु बिश्नोई निकटवर्ती गांव चिंदड़ की श्री वील्हेश्वर गौ सेवा समिति एवं गौ चिकित्सालय में कलश यात्रा व पौधारोपण के साथ शुरू हुई श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में श्रद्धालुओं को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने कर्म के महत्व पर जोर देते हुए श्रीमद् भागवत गीता के माध्यम से ज्ञान दिया वहीं श्री गुरू जम्भेश्वर भगवान ने हमें सब्द रूपी ज्ञान वाणी के माध्यम से ज्ञान दिया। उन्होंने मनुष्य की समझदारी पर विचार रखते हुए कहा कि समझदार व्यक्ति वह है जो मूर्खों के साथ बहस न करें। यदि कोई समझदार मूर्खों के साथ बहस में लग गया तो उसे समझदार कैसे कह सकते हैं। ऐसा कहते हुए उन्होंने हाथी व गधे की कहानी सुनाकर भी श्रद्धालुओं को तालियांं बजाने को मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा कि कथा में जाने से जो फल मिलता है, वह स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देता लेकिन कथा में जाने से आदमी के मन की मैल साफ होती है।
कथा से पूर्व रिटायर्ड जेडएमईओ पृथ्वी सिंह गिला हिसार से पौधा लेकर कथा स्थल पर पहुंचे।कलश यात्रा के पश्चात डॉ. मधु बिश्नोई ने पहले पौधा लगाया और इसके पश्चात कथा का शुभारंभ किया। इस अवसर पर गौशाला के प्रधान वजीर चंद सुथार, पृथ्वी सिंह गिला, फरसाराम मांझू, कुलदीप सहारण भिरडाना, मनफूल सुधार, कृष्ण छिंपा भोडिया, भूपसिंह पंवार बोस्ती, आत्माराम सुथार, केसरा राम सुथार, मनोहर सुथार सांवरा राम भाणा, धर्मपाल गोदारा रुपाणा, सत्यनारायण खासा महाजन, सोनू गोदारा भोडिया बिश्नोईयान, प्रधान सिंह मांझू सरपंच चिन्दड़ उपस्थित थे।