हिसार में कोरोना सैंपलिंग 3 लाख 50 हजार के पार
हिसार,
कोरोना महामारी के मद्देनजर जिले में कोरोना सैंपलिंग का आंकड़ा 3 लाख 50 हजार के पार हो गया है। अभी तक 3 लाख 51 हजार 453 लोगों की सैंपलिंग की जा चुकी है।
उपायुक्त डॉ. प्रियंका सोनी ने बताया कि जिले में अभी तक कोरोना संक्रमण के 17 हजार 139 केस आ चुके हैं, इनमें से 16 हजार 791 संक्रमित रिकवर हो चुके हैं। जिला में 326 कोरोना संक्रमितों की मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि फिलहाल जिले में कोरोना के 22 सक्रिय मरीज उपचाराधीन हैं। उपायुक्त ने कहा कि पिछले दिनों कोरोना संक्रमण के मामले सीमित हो गए थे, लेकिन अब एक बार फिर से लगातार संक्रमण के मामले आ रहे हैं। विभिन्न स्थानों पर की जा रही सैंपलिंग में गुरूवार को कोरोना संक्रमण के 4 नए मामले सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमितों का रिकवरी रेट 98 प्रतिशत से भी ज्यादा हो गया था, जो एक बार फिर से घटने लगा है। रिकवरी रेट घटकर 97.97 पर आ गया है, जो कि एक चिंताजनक बात है। उपायुक्त ने कहा कि देश के कुछ हिस्सों में कोरोना संक्रमण के मामलों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में यह आशंका है कि यदि नागरिकों ने सावधानी नहीं बरती तो जिले में भी स्थिति फिर से बिगड़ सकती है।
उपायुक्त ने कहा कि जिले में हेल्थ केयर वकर्स, स्वच्छता कार्यकर्ता तथा सुरक्षाकर्मियों तथा फ्रंट लाइन वकर्स को कोविड वैक्सीन लगाने का कार्य किया जा रहा है। अभी तक का वैक्सीनेशन कार्यक्रम पूरी तरह से सफल रहा है। वैक्सीनेशन के उपरांत किसी भी व्यक्ति में कोई गंभीर लक्षण नहीं मिले हैं। कुछ लोगों को हल्के लक्षणों के कारण निगरानी में रखा गया था, उन सभी को भी डिस्चार्ज कर दिया गया है। डॉ. प्रियंका सोनी ने कहा कि मार्च के प्रारंभ में 60 साल के उपर के बुजुर्ग तथा 45 साल से उपर के गंभीर बीमारी से पीडि़त लोगों को वैक्सीन लगानी आरंभ की जाएगी। इसके लिए कोविन-एप पर आगामी तीन दिनों में पंजीकरण भी आरंभ हो जाएगा। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन कार्यक्रम को लेकर नागरिक बिना किसी डर के आगे आएं और वैक्सीनेशन करवाकर स्वयं को व अपने पूरे परिवार को सुरक्षित करें।
उपायुक्त ने कहा कि वैक्सीनेशन कार्यक्रम के साथ-साथ एहितयात में भी कमी ना करें और संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिये कोविड-19 से जुड़े दिशा-निर्देशों का पालन करे। वरिष्ठï नागरिक तथा पहले से ही अन्य बीमारियों से पीडि़त लोग अतिरिक्त सावधानी बरतें और तबीयत बिगडऩे पर अविलंब डॉक्टरों से संपर्क करें।