प्रदर्शन के बाद महाप्रबंधक को सौंपा सरकार के नाम ज्ञापन, साधारण बसों की संख्या बढ़ाने की मांग
हिसार,
निजी बसों को परमिट देने की योजना-2017 के विरोध में सांझा मोर्चा की राज्य कमेटी के आह्वान पर हिसार डिपो में कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और सरकार से यह पॉलिसी वापिस लेने की मांग करते हुए परिवहन बेड़े में साधारण बसों की संख्या बढ़ाने की मांग की।
इससे पहले हिसार डिपो में सांझा मोर्चा से जुड़ी यूनियनों की बैठक हुई। बैठक में सरकार की विभाग विरोधी व जनविरोधी नीतियों की आलोचना की गई। बैठक व प्रदर्शन का संचालन वरिष्ठ नेता सूरजमल पाबड़ा ने किया। महासंघ से जुड़ी रोडवेज कर्मचारी यूनियन के डिपो प्रधान राजबीर दुहन व इंटक से जुड़ी यूनियन के नेता अरूण शर्मा ने कहा कि सरकार ने अघोषित रूप से विभाग के निजीकरण की प्रक्रिया शुरू की हुई लेकिन इसे सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार बार-बार प्राइवेट पॉलिसी लाकर इस विभाग को आम जनता की पहुंच से दूर करना चाहती है।
रोडवेज नेताओं ने कहा कि सांझा मोर्चा की राज्य कमेटी के आह्वान पर आज प्रदेशभर में डिपुओं में प्रदर्शन किये गए हैं। प्रदर्शन के बाद महाप्रबंधकों के माध्यम से सरकार को ज्ञापन भेजा गया। उन्होंने कहा कि निजीकरण के खिलाफ रोडवेज कर्मचारियों का संघर्ष जारी रहेगा। यदि सरकार ने अघोषित निजीकरण की प्रक्रिया बंद करके विभाग में साधारण बसों की संख्या नहीं बढ़ाई तो कर्मचारी किसी भी बड़े आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे।
गेट मीटिंग व प्रदर्शन को ऑल हरियाणा रोडवेज वर्कर्स के प्रधान अनूप सातरोड, लिपिक एसोसिएशन से पवन बूरा, हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ से रामसिंह बिश्नोई, सुभाष ढिल्लो, बीएमएस से अमित जुगलान, एसकेएस से राजकुमार चौहान, इंटक से नरेेन्द्र खरड़, हांसी से संयुक्त कर्मचारी संघ से सोनू मोर, महासंघ से राजबीर बुड़ाना, चालक संघ से सत्यवान, रणबीर सोरखी, कर्मबीर मसूदपुर, बलवान ठाकुर, आजाद सिवाच, संदीप चहल, राजपाल डाटा, संदीप सातरोड व सतीश बामल सहित अनेक कर्मचारी उपस्थित रहे।